पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
बंगाल का चुनाव ख़त्म। लेकिन जंग जारी। ममता के चार नेता सीबीआई की गिरफ़्त में। क्या ये मोदी का बदला है ? आशुतोष के साथ चर्चा में प्रभाकर तिवारी, गौतम लाहिड़ी, विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री ।
कोरोना मरीज़ों की मदद करना अपराध हैं ? सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये अब मददगारों को निशाना बना रही है ? आख़िर सरकार इतनी अमानवीय कैसे हो सकती है ? आशुतोष के साथ चर्चा में यशोवर्धन आजाद, विकास गुप्ता, अश्विनी साही और आलोक जोशी
बिहार में कोरोना से हाहाकार है । कहाँ है नीतीश कुमार ? कहाँ है जदयू-बीजेपी सरकार । पप्पू यादव की गिरफ़्तारी का राज ? आशुतोष के साथ चर्चा में सतीश के सिंह, समी अहमद, फ़ैसल अली और आलोक जोशी ।
जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि इन चुनावों की कितनी क़ीमत लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई है, तो शायद इन लोगों के पास कोई जवाब नहीं होगा। जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि कुंभ में स्नान करने से कितनों की जान गयी तो कोई जवाब नहीं होगा?
कोलकाता के ‘द टेलीग्राफ’ में छपे एक लेख ने वो लिखा जो कहना तो सब चाहते थे पर हिम्मत किसी ने नहीं की । रुचिर जोशी ने लिखा मोदी को इस्तीफ़ा देना होगा । क्या यही विकल्प हैं ? आशुतोष बता रहे हैं ।
विदेशी मीडिया में कोरोना की वजह से मोदी की तीखी आलोचना हो रही है । लेकिन भारतीय मीडिया चुप हैं । किससे डरता है । आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, शरत प्रधान, संजय सिंह, राजेश बादल, प्रेम कुमार ।
पिछले दिनों जब कोरोना के मसले पर कई हाई कोर्टो ने सरकारों को फटकारा और फिर अचानक सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना मामले का स्वतः संज्ञान लिया तो सवाल खड़ा हो गया कि क्या ऐसा सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को बचाने के लिये किया? सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश की भूमिका पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने मशहूर वकील प्रशांत भूषण से बात की।
कोविड के समय जब हाईकोर्ट सरकार को जबावदेह बना रही थी तो सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया । सुप्रीम कोर्ट और चीफ़ जस्टिस की भूमिका पर प्रशांत भूषण से बात की है आशुतोष ने।
पिछले साल जब जनवरी फ़रवरी में कोरोना आया था, तभी से विशेषज्ञ कह रहे थे कि कोरोना की दूसरी लहर आएगी। दूसरी लहर पहले से अधिक ख़तरनाक होगी। दूसरी के बाद तीसरी और चौथी लहर भी आएगी। लेकिन क्या तैयारी हुई?
ऐसी बेबसी पहले कभी नहीं देखी और ऐसी नकारा सरकारें भी नहीं देखी । कौन है कोरोना से मौतो का ज़िम्मेदार ? आशुतोष के साथ चर्चा में समी अहमद, जितेंद्र शंटी, संदीप सोनवलकर, सिद्धार्थ कलहंस, संजीव श्रीवास्तव ।
2.70 लाख कोरोना मामले । लेकिन नेताओं के रोड शो, चुनावी रैली और सभायें जारी । क्यों नहीं प्रधानमंत्री रोकते चुनाव प्रचार ? आशुतोष के साथ चर्चा में शिवकांत शर्मा, अशोक वानखेड़े, अंबरीष कुमार और प्रभाकर तिवारी।
पाँचवाँ चरण । तगड़ी लड़ाई । 2019 में बीजेपी ममता पर भारी रही । क्या होगा इस चरण के मतदान में ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, ऋषि मिश्रा, कार्तिकेय बत्रा, प्रभाकर तिवारी, नीरेंद्र नागर।
बंगाल के विधानसभा चुनाव ने एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिये हैं। जिस तरह हिंदू-मुसलमान में बँटवारा किया जा रहा है, मुसलमानों को पराया बनाने की कोशिश की जा रही है, क्या वह देश हित में है?
पिछले साल तब्लीग़ियों को कोरोना के लिये ज़िम्मेदार ठहराया गया था । अब कुंभ में लाखों लोग स्नान कर रहे हैं, तब जब मंगलवार को 1.8 लाख मरीज आये । धर्म के नाम पर भेदभाव ? देखे आशुतोष के साथ
ममता पर बैन । वो धरने पर बैठी । लेकिन हिंमत और अधिकारी के ज़हरीले बयानों की अनदेखी ? आशुतोष के साथ चर्चा में उमाकांत लखेड़ा, राजेश बादल, प्रभाकर तिवारी, नीरेद्र नागर ।Satya Hindi
तीसरे चरण के मतदान। असम, पुडुचेरी, तमिलनाडु, केरल में चुनाव खत्म। लेकिन सबकी नज़र बंगाल में। क्यों बीजेपी फंस गयी ? आशुतोष के साथ चर्चा में शिप्रा शुक्ला, ऋषि मिश्रा, प्रभाकर तिवारी, विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री
बीजेपी का मुस्लिम विरोधी चुनाव प्रचार ! उसे ग़द्दार और पाकिस्तान परस्त साबित करने की कोशिश ? क्या करे मुसलमान ? आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, ज़फ़र सरेसवाला, रिज़वान कैसर, अभय दुबे, विनोद अग्निहोत्री और विजय त्रिवेदी ।