पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
भारत जोड़ों यात्रा 30 जनवरी को खत्म हो रही है । योगेन्द्र यादव ने पूरी यात्रा चली है । क्या है इस यात्रा का मक़सद ? क्या यात्रा ने राहुल की छवि को बदली है ? क्या ये
यात्रा देश की राजनीति को बदल रही है ? क्यों ये यात्रा ज़रूरी थी ? आशुतोष ने योगेन्द्र से विस्तार से बात की ।
बीबीसी की गुजरात फिल्म पर हंगामा जारी है । जेएनयू में फिल्म की स्क्रीनिंग ने हो इसलिये बिजली काट दी गयी, इंटरनेट को बंद कर दिया गया, फिल्म देखने वालों पर पत्थर फेंके गये । जामिया में पुलिस बुला ली गई ? आख़िर इतनी घबराई हुयी क्यों है सरकार ? क्या प्रधानमंत्री को इस फिल्म ये इतना डर लगता है ?
आज गणतंत्र दिवस है। आज भारतीय लोकतंत्र पर गर्व करने का दिन है लेकिन भारत के लोकतंत्र की मौजूदा स्थिति क्या है? इस पर जरा नजर डालिए। वरिष्ठ पत्रकार और सत्य हिन्दी के संपादक आशुतोष ने भारतीय लोकतंत्र के हालात पर तीखी नज़र डाली है। पढ़िएः
आख़िर बीबीसी की फिल्म को रुकवाने से किसको फ़ायदा होगा ? इस फिल्म में एक भी तथ्य नया नहीं है ? एक भी ऐसी चीज नहीं है जो लोगों को पता न हो ? जब सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मोदी को मिल चुकी है तो फिर डर काहे का ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद अग्निहोत्री, अरविंद सिंह और पंकज श्रीवास्तव ।
प्रेस की आज़ादी पहले से ही ख़तरे में है । अब मोदी सरकार एक नया नियम बनाने जा रही है जिसका ड्राफ़्ट सामने आया है । सरकारी एजेंसी को अधिकार दिया जायेगा कि वो तय करे कि फेक न्यूज़ क्या है और फिर सोशल मीडिया के लिये ऐसी खबर को हटाना अनिवार्य होगा । एडिटर्स गिल्ड के मुताबिक़ ये सेंसरशिप लगाने की तैयारी है । क्या वाकई देश में स्वतंत्र प्रेस पूरी तरह खतम करने की तैयारी चल रही है ?
क्यों नहीं हो रही है विपक्षी एकता की कोशिश ? क्यों सुस्त पड़ गये हैं नीतीश ? क्या है ममता का मूड ? क्यों केसीआर, अखिलेश और केजरीवाल क्या विपक्षी एकता के सबसे बड़े दुश्मन है ? क्या विपक्षी एकता की समय से पहले ही मौत हो गयी है ?
राहुल की भारत यात्रा अब ख़त्म होने को है । वो लगातार संघ परिवार और उनकी विचारधारा पर हमले कर रहे हैं । क्यों वो कहते हैं कि गर्दन कटा लेंगे लेकिन आरएसएस से समझौता नहीं करेंगे ? क्या वो आरएसएस से नफ़रत करते हैं या फिर पार्टी की विचारधारा को नया आयाम दे रहे हैं ?
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक । बैठक के पहले मोदी का रोड शो ! क्यों ? किसके संदेश देना है? बीजेपी के लिये कैसे होंगे 2023 में राज्यों के चुनाव? क्या सिर्फ हिंदू मुस्लिम ही चलेगा या फिर लाभार्थी योजना का मिलेगा का लाभ?
राहुल की तरफ़ से 21 विपक्षी नेता को आमंत्रण । राहुल ने चिट्टी लिखी जिसमे गिरती अर्थव्यवस्था पर देश को आगाह किया गया और कांग्रेस की तरफ़ से कुछ गंभीर वायदे किये गये है । तो क्या वो पीएम पद की अपनी दावेदारी रख रहे है ? क्या विपक्ष उनको नेता मानेगा ?
डेढ़ साल के बाद भी धर्म संसद हेट स्पीच मामले में कोई कार्रवाई नहीं ? सुप्रीम कोर्ट की भी दिल्ली पुलिस को परवाह नहीं ? क्यों ? कौन बचा रहा है ? क्यों बचाया जा रहा है? आशुतोष के साथ चर्चा में विनय तिवारी, यशोवर्धन आजाद, फ़िरदौस मिर्ज़ा, राकेश सिन्हा और प्रो अपूर्वानंद
उपराष्ट्रपति धनखड क्यों संविधान के बेसिक फ़ीचर पर हमले कर रहे हैं ? क्या है उनकी मंशा ? क्या वो नहीं चाहते कि न्यायपालिका संसद के बनाये क़ानूनों की समीक्षा करे ? क्या वो संविधान की मूल आत्मा पर हमले कर रहे हैं ? तो क्यों कर रहे हैं ? आशुतोष जाने माने संविधान विशेषज्ञ फैजान मुस्तफ़ा से बात कर रहे हैं !
मोहन भागवत मुसलमानों के बग़ैर हिंदुत्व को अधूरा बता रहे थे । अब कह रहे हैं कि एक हज़ार साल का युद्ध है । मुसलमान अपने को श्रेष्ठ न समझे । यहाँ रहना चाहे, तो रहे । क्यों वो हिंदुत्ववादियों की उग्रता को सही ठहरा रहे हैं ? क्या वो 2024 में मोदी की जीत का रास्ता तैयार कर रहे हैं ?
यूपी पार करते ही राहुल की भाषा बदल रही है ? वो तपस्या और पूजा का बात कर रहे है ? वो महाभारत की बात कर रहे हैं । बीजेपी को कौरव और कांग्रेस को पांडव बता रहे हैं ? वो कर रहे हैं कि आर एस एस के लोग हर हर महादेव नहीं कहते ? क्या राहुल हिंदुत्व की पिच पर बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं या ऐसा कर असली मुद्दों से भटक रहे हैं ?
अमित शाह ने क्यों कहा कि राहुल कान खोल कर सुन ले 1 जनवरी को गगनचुंबी राम मंदिर बन कर तैयार हो जायेगा ? 2024 में अप्रैल मई में लोकसभा चुनाव होंगे ? क्या बीजेपी को मोदी सरकार की उपलब्धियों पर भरोसा नहीं है ? क्या राम ही जिता सकते हैं चुनाव?
देश की राजधानी में बीजेपी और आप के पार्षदों में मारपीट । मौक़ा था MCD के मेयर के चुनाव का । लेकिन आप में ही भिड़ गये दोनों पार्टियों के नेता । शर्मनाक । आप का आरोप बीजेपी आपरेशन लोटस चला कर अपना मेयर हारने के बावजूद बनाना चाहती है ? क्या ये सचाई है या फिर आप का झूठा आरोप?
2024 चुनाव अभी सवा साल दूर । लेकिन बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है । इतनी जल्दी क्यों ? क्या वो राहुल की यात्रा और विपक्षी एकता को लेकर चिंतित है ? क्या उसे जीत का भरोसा नहीं है ? क्या एंटी इंकंबेंसी का ख़तरा है ?
राममंदिर के मुख्य पुजारी क्यों कर रहे हैं राहुल की तारीफ ? राममंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय क्यों कर रहे हैं राहुल की प्रशंसा ? क्यों हनुमान गढ़ी के महंत राहुल को दे रहे हैं आशिर्वाद? क्या ये बीजेपी के लिये कोई संदेश है या फिर राहुल और कांग्रेस की छवि बदल रही है?
आखिर प्रियंका क्यों कह रही है कि अंबानी अडानी मेरे भाई को नहीं ख़रीद पाते ? क्यों राहुल बार बार दोनों उद्योगपतियों पर हमला करे रहे हैं ? क्या बदले की भावना से की गई कार्रवाई है? क्या कांग्रेस उद्योगपति विरोधी हो रही है ? क्या वो मनमोहन के आर्थिक सुधारों की दिशा को पलट रही है ?
सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी को 4-1 से सही ठहराया । लेकिन चर्चा हो रही है जस्टिस नागर्थना के विरोधी फ़ैसले की । क्यों ? क्या वाक़ई नोटबंदी सही थी ? क्या इससे वाकई जनता का भला हुआ ? अगर ऐसा है तो सरकार और बीजेपी चुनावों में इसका ज़िक्र क्यों नहीं करती ?
साल 2022 का राजनीतिक संदेश क्या है ? क्या बीजेपी अपराजेय है ? क्या मोदी को कोई नहीं हरा सकता ? या फिर राहुल ने नई लकीर खींच दी है ? मोदी के 56 इंच के सीने के सामने राहुल की टी-शर्ट खड़ी हो गयी है ?
अखिलेश यादव को यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण कांग्रेस ने भेजा । अखिलेश ने कहा नहीं मिला । क्या है माजरा ? उलटे अखिलेश का कांग्रेस पर हमला । बीजेपी और कांग्रेस एक जैसे, हमारी विचाराधारा अलग ! अखिलेश क्यों हैं राहुल से ख़फ़ा और क्या होगा विपक्षी एकता को ? आशुतोष के साथ चर्चा में आशुतोष वर्मा, सुरेंद्र राजपूत और विनोद अग्निहोत्री ।
बीजेपी राहुल पर हमला करने का कोई मौक़ा नहीं खोती । वैसे वो राहुल को नासमझ कैजुअल मौसमी नेता कहती है । अगर राहुल में दम नहीं है तो इतना डिस्क्रेडिट करने की ज़रूरत क्यों हैं ? क्या राहुल से नफ़रत है या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता?
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा । अखिलेश, मायावती और जयंत चौधरी को न्योता । लेकिन तीनों का संभवतः इंकार ? क्यों ? क्या ऐसे होगी विपक्षी एकता ? क्या अभी भी राहुल विपक्ष के नेता के तौर पर स्वीकार्य नहीं ? आशुतोष के साथ चर्चा आशुतोष वर्मा, पंकज श्रीवास्तव, विवेक देशपांडे और उत्कर्ष सिन्हा !
क्या भारत जोड़ो यात्रा मे राहुल गांधी की छवि को बदल दिया है ? क्या राहुल कांग्रेस को पूरी तरह से बदलने में कामयाब रहे है ? क्या इस यात्रा ने कांग्रेस को बीजेपी के सामने एक मज़बूत विकल्प के तौर पर स्थापित करने में मदद की ? क्या राहुल मोदी के लिये चुनौती बन कर उभरे है ?
संसद का सत्र खत्म हो गया समय से पहले । विपक्ष है नाराज ? आशुतोष ने बेहद तेज़तर्रार सांसद मनोज कुमार झा से बातचीत की । वो क्यों कहते हैं कि मौजूदा बीजेपी संस्थाओं के लिये ख़तरा है ? देश बड़े संकट की ओर बढ़ रहा है और सरकार विपक्ष को शत्रु भाव से देखती है ?