सुमित्रानंदन पंत छायावाद और सौंदर्य के अप्रतिम कवि। प्रकृति उनके विशाल शब्द-संसार की आत्मा है। पंत जी का जन्म 20 मई, 1900 में अल्मोड़ा के कौसानी गाँव में हुआ था।
नवजोत सिंह सिद्धू के बाद एक और कांग्रेसी विधायक पद्मश्री परगट सिंह ने अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।परगट सिंह कांग्रेस के 'बाग़ी' नवजोत सिंह सिद्धू के नज़दीकी दोस्त हैं।
पंजाब में कोरोना वायरस के चलते बीते 55 दिन से राज्य भर में जारी कर्फ्यू कल से यानी 18 मई को हट जाएगा। लेकिन लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। सामान्य जनजीवन आख़िर पटरी पर कैसे आएगा?
पंजाब के दो बार पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रहे और अब सेवामुक्त सुमेध सिंह सैनी 29 साल पुराने एक गंभीर मामले में फिर से आरोपी माने गए हैं और बामुश्किल उन्हें जमानत हासिल हुई है।
पंजाब में कोरोना वायरस का ख़ौफ़ और कहर बदस्तूर जारी है। प्रतिदिन संक्रमितों की तादाद में इज़ाफा हो रहा है। इस बीच एक ग़ौरतलब पहलू यह है कि कोरोना से अधिक मौतें अन्य बीमारियों की वजह से हो रही हैं।
प्रवासी मज़दूरों का पंजाब से बड़े पैमाने पर हो रहा पलायन स्थानीय किसानों के लिए बड़ी चिंता का सबब बन गया है। शासन को फ़िलहाल 10 लाख से ज़्यादा प्रवासी मज़दूरों के घर-वापसी के आवेदन मिले हैं।
पंजाब के जालंधर से मंगलवार सुबह 11 बजे चली विशेष ट्रेन में प्रवासी मज़दूर बिहार और झारखंड के लिए रवाना हुए। इसमें 1200 यात्रियों को जगह मिली। इनमें ज़्यादातर श्रमिक हैं।
लॉकडाउन के कारण काम-धंधे बंद होने से प्रवासी मजदूर पंजाब छोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। इससे इंडस्ट्री चलाने वालों और खेती-किसानी करने वालों पर आफ़त टूट पड़ी है।
कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन और कर्फ्यू ने ग़रीबों को बेजार कर दिया है। ऐसे हालात में भी पंजाब के लाखों ग़रीब केंद्र सरकार से मिलने वाले आधिकारिक राशन से वंचित हैं।
कुछ शख्सियतें ज़िंदगी की प्रतिबद्धता की वह खुली किताब होती हैं जिनका जिया एक-एक लफ्ज़ धड़कता है और अपना होना दर्ज कराता है। साहिबजादी ज़ोहरा बेगम मुमताजुल्ला ख़ान उर्फ ज़ोहरा सहगल ऐसी ही एक नायाब शख्सियत थीं।
बीते 50 दिन में 1,70, 209 एनआरआई पंजाब आए। यह वह वक़्त था जब कोरोना वायरस चीन सहित कई देशों में पैर पसार चुका था। लेकिन भारत सरकार की कड़ी हिदायतों के बावजूद इनमें से अधिकांश ने मेडिकल जाँच नहीं करवाई।
कोरोना वायरस की गंभीरता के मद्देनज़र सोमवार दोपहर 2 बजे से समूचे पंजाब के 22 ज़िलों और संबंधित कस्बों-गाँवों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसकी घोषणा राज्य सरकार ने की है।
23 मार्च को ही शहीद दिवस होता है। आज के ही भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फाँसी दी गई थी। और आज ही के दिन यानी 23 मार्च को इंकलाबी पंजाबी कवि अवतार सिंह संधू उर्फ 'पाश' को खालिस्तानी उग्रवादियों ने गोली मार दी थी।