जिन राकेश अस्थाना को सेवानिवृत्ति से तीन दिन पहले दिल्ली पुलिस का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है वही अस्थाना सेवानिवृत्ति का समयह 6 महीने कम होने के कारण सीबीआई निदेशक नहीं बन पाए थे।
उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जहाँ गंगा नदी में तैरते हज़ारों शव मिलने की तसवीरें आई थीं उसी उत्तर प्रदेश की सरकार के लिए नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'सेकेंड वेव के दौरान यूपी ने जिस तरह कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका, वह अभूतपूर्व है।'
कोरोना टीकाकरण धीमा पड़ गया है। एक दिन पहले ही मंगलवार को दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोविशील्ड के टीके ख़त्म होने के कारण उसे टीकाकरण केंद्र बंद करना पड़ा है। टीकाकरण के मामले में भी उत्तर प्रदेश और बिहार ऐसे राज्य हैं जो सबसे पिछड़े हैं।
भगोड़ा ज्वैलरी कारोबारी मेहुल चोकसी को देश वापस कैसे लाया जाएगा? यह सवाल आम लोगों के मन में है और यही सवाल चोकसी को वापस लाने भारत से डोमिनिका गई टीम के सामने भी होगा। आख़िर टीम खाली हाथ क्यों लौट रही है?
राहुल गाँधी ने देश में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर मोदी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया तो केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दावे कर दिए कि इस साल के आख़िर यानी दिसंबर 2021 तक सभी लोगों को वैक्सीन लगा दी जाएगी। लेकिन क्या यह संभव है?
गाँवों-क़स्बों में अस्पताल तो है नहीं, दूर-दराज के छोटे शहरों में कुछ छोटे अस्पताल हैं भी तो यह पता नहीं होता कि किस अस्पताल में क्या सुविधा है, कितने बेड खाली हैं?
गाँवों में लोग बीमार हैं। लेकिन ग्रामीणों के लिए कोरोना जाँच कराना इतना आसान नहीं है, इसलिए जाँच कराने से बेहतर सर्दी-जुकाम और बुखार की दवाओं से अपना इलाज करा रहे हैं।
किसान आंदोलन पर पॉप सिंगर रियाना के ट्वीट से भले ही बीजेपी सरकार बौखलाई हो, लेकिन इस बीच अमेरिका ने भी अब टिप्पणी कर दी है। भारत में किसान आंदोलन पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन लोकतंत्र की पहचान है।
अर्णब गोस्वामी अब बुरे फँस गए। पहले टीआरपी स्कैम में नाम आ रहा था। अब कथित तौर पर अर्णब गोस्वामी का वाट्सऐप चैट लीक हुई है। वह चैट तत्कालीन टीआरपी तैयार करने वाले एजेंसी के प्रमुख और अर्णब गोस्वामी के बीच बतायी जा रही है।
वाट्सऐप की नई प्रिवेसी पॉलिसी और शर्तों के अपडेट से क्या आपके डेटा की सुरक्षा ख़तरे में है? इसको लेकर आरोप कितने गंभीर हैं इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि कंपनी ने अख़बारों में फुल पेज का विज्ञापन जारी किया है।
सुप्रीम कोर्ट उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ग़ैरक़ानूनी धर्मांतरण क़ानूनों की वैधता की जाँच करेगा। कोर्ट ने इस पर दोनों राज्यों की सरकारों को नोटिस जारी किया है।
कोरोना का नया स्ट्रेन या नये क़िस्म का कोरोना कितना घातक है? ब्रिटेन में इसकी ख़बर आने पर दुनिया भर में चिंता क्यों बढ़ गई? क्या यह सिर्फ़ ब्रिटेन में ही है और क्या इस नये क़िस्म के कोरोना पर वैक्सीन कारगर होगी?
किसान अड़े हैं। कृषि क़ानूनों को वापस लेने से कुछ भी कम स्वीकार नहीं है। हाँ और ना में जवाब चाहते हैं। इसका क्या मतलब है? शनिवार को पत्रकारों से ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मौला ने कहा, 'लगता है सरकार इन क़ानूनों के वापस लेगी।'
भूटान की सीमा के अंदर चीन के एक गाँव बसाने की ख़बर को भूटान सरकार ने खारिज कर दिया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक दावा कर रहे हैं कि चीन ने गाँव बसाया है। सच है तो भूटान सरकार इसे स्वीकार क्यों नहीं कर रही है?
कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे दुनिया के कई देशों के बाद अब क्या भारत की बारी है? महाराष्ट्र में बीएमसी के स्कूल 31 दिसंबर तक बंद कर दिए गए हैं। चार राज्यों में केंद्र सरकार की टीमें भेजी गई हैं। भारत में भी दूसरी लहर तो नहीं आ जाएगी?
बराक ओबामा की किताब 'अ प्रॉमिस्ड लैंड' में मनमोहन सिंह और राहुल गाँधी को लेकर पिछले हफ़्ते जो रिपोर्टिंग हुई उस पर काफ़ी हंगामा मचा। लेकिन अब उसी किताब में बीजेपी के 'विभाजनकारी राष्ट्रवाद' का ज़िक्र किया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप अमेरिकी चुनाव नतीजों पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर रहे थे। कई अमेरिकी टीवी चैनलों ने बीच में ही उनके प्रसारण को यह कहते हुए रोक दिया कि वह 'झूठ' बोल रहे थे।
बिहार चुनाव में अचानक से आरक्षण का मुद्दा आ गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे उछाला है। नीतीश कुमार ने जातियों की आबादी के हिसाब से आरक्षण की बात कही है। नीतीश अपने लिए वोटबैंक का जुगाड़ कर रहे हैं या बीजेपी को नुक़सान पहुँचा रहे हैं?
फ्रांस में कोरोना संक्रमण नियंत्रित हो गया तो 27 मई को एक दिन में सिर्फ़ 191 नये केस आए थे। 25 अक्टूबर को एक दिन में 52 हज़ार से ज़्यादा केस आए हैं। यह एक दिन में फ्रांस में सबसे ज़्यादा केस है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ चुकी है।
समलैंगिक संबंधों को क़ानूनन वैध माने जाने के बाद अब समलैंगिक शादी के हक की लड़ाई की तैयारी की जा रही है। इसके लिए इसी महीने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।
हर रोज़ भेदभाव और अपमान झेलते रहे दलितों को हाथरस मामले ने किस हद तक झकझोर दिया है? यह इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस घटना के बाद कम से कम 236 दलितों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है। एनसीआर में ही।
नफरत फैलाने वाली झूठी ख़बरों ने भारत की सेना को भी नहीं छोड़ा। सेना में 'मुसलिम रेजिमेंट' नाम का झूठ फैलाया जा रहा है। इसको लेकर पूर्व नौसेना प्रमुख सहित 120 पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है।
हाथरस मामले में आरोपियों के पक्ष में सवर्ण समाज के एकजुट होने और पंचायत करने से तनाव फैलने के आसार हैं। पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान ने तो चारों आरोपियों को निर्दोष बताया है। आख़िर आरोपियों के समर्थन में क्यों आ जाता है सवर्ण समाज?