कपिल सिब्बल अब गांधी परिवार से मुक्ति चाहते हैं .तो कांग्रेस के सारे बागी नई कांग्रेस क्यों नही बना लेते .इंदिरा गांधी ने तो यही किया .फिर ममता बनर्जी ,शरद पवार से लेकर एनडी तिवारी ने भी अलग पार्टी बनाई .फिर सिब्बल ,आजाद ,आनंद शर्मा से लेकर आजाद तक एक नई पार्टी क्यों नही खड़ी कर लेते .आज की जनादेश चर्चा .
सीएसडीएस के आंकड़ों ने जाट से लेकर ब्राह्मण मतदाताओं के रुख को साफ कर दिया है .इनका ज्यादातर वोट भाजपा को मिला .न किसान आंदोलन का कोई असर दिखा जाट बिरादरी पर न ही ब्राह्मण नाराज था .आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
विधान सभा चुनाव के नतीजे भाजपा की सरकार बना रहे हैं .गोरखपुर के गोरखनाथ मठ में आज ही होली मनाई जा रही है .योगी फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहें है .यह करिश्मा कैसे हुआ ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर
उत्तर प्रदेश में मतदान हो गया है .अब एक्जिट पोल के रुझान आने शुरू हो गए है .कई सर्वे और भी हुए हैं .अक्सर ये सर्वे और अनुमान गलत भी साबित होते हैं पर कई बार कुछ संकेत भी देते हैं .आज की जनादेश चर्चा इसी पर
पांच चरण बाद अब पूर्वांचल की बारी है .पर अब कोई तस्वीर साफ हो रही है .क्या योगी फिर सत्ता में लौटेंगे या अखिलेश को सत्ता मिलेगी ?आज समझेंगे जनादेश चर्चा में
गोरखपुर में भाजपा की जो नई होर्डिंग लगी है उसमें मोदी को प्रमुखता दी गई है .बहुत सी होर्डिंग में योगी नही दिखे .क्या भाजपा ने अपनी रणनीति बदली है ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर
पणजी से उत्तरी गोवा के आरंबोल के रास्ते पर चलें तो कलंगूट से आगे बढ़ते ही सड़क के दोनों ओर जो बड़ी बड़ी होर्डिंग देख कर लगता है इस राज्य में चुनाव होने जा रहा है। और इन होर्डिंग में सबसे ज्यादा दिखने वाला चेहरा ममता बनर्जी का है । साफ है तृणमूल कांग्रेस गोवा में सबसे ज्यादा पैसा खर्च कर रही है ।
उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी के बाद अब राहुल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ हमलावर हो गए हैं, लेकिन इसका चुनाव पर क्या असर होगा?
हाल तक ममता बनर्जी मोदी के ख़िलाफ़ देश में एक बड़ा चेहरा बन कर उभरी थीं और दो दिन में वह मोदी के साथ खड़ी हुई क्यों जान पड़ती हैं? क्या वह तीसरा मोर्चा बना पाएंगी?
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के सामने अखिलेश यादव पार्टी किस तरह का प्रदर्शन कर पाएगी? क्या वह पिछड़ी और हाशिये की जातियों को साध पाएँगे?
दो दिन के भीतर अखिलेश यादव से तीन दलों के नेता मिले और गठबंधन पर सहमति बनी .लोकदल ,अपना दल और आम आदमी पार्टी के नेताओं से बात हो गई है .कई दलों से पहले ही गठबंधन हो चुका है .ऐसे में यह गठबंधन फिलहाल भारी नजर आता है सामाजिक आधार को देखते हुए .आज की जनादेश चर्चा इसी पर
योगी आदित्यनाथ के कंधे पर हाथ रखे प्रधानमंत्री मोदी की तसवीर क्यों जारी की गई? क्या यह संदेश देने के लिए दोनों के बीच कोई दूरियाँ नहीं हैं? क्या यह एक्सप्रेस वे उद्घाटन के मौक़े पर मोदी की गाड़ी के पीछे चलते हुए दिखे योगी की तसवीर की प्रतिक्रिया में है?
एमपी हो या यूपी मोदी को सुनने उस उत्साह से लोग नही आ रहे हैं जैसे पहले आते थे .भीड़ जुटाने के इंतजाम भी कारगर नही होते नजर आ रहे हैं .क्या है इसकी वजह समझेंगे आज की जनादेश चर्चा में .
हिरासत में फिर मौत हुई और अफसरों की लीपापोती भी शुरू हो गई .हिरासत में लगातार मौत हो रही है पर कुछ दिन के हो हल्ले के बाद सब खामोश हो जाते हैं .इसमें कोई भेदभाव भी नही है व्यवसायी से लेकर निम्न वर्गीय नौजवान भी शामिल है .ऐसी पुलिस अगर आपके बच्चे को उठा ले तो क्या महसूस होगा .सरकार क्यों खामोश है ,आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
भाजपा कार्यकारिणी के जरिये योगी आदित्यनाथ का दबदबा पार्टी ने खुद ही बढ़ा दिया है .संघ पहले से ही उनके साथ है .भाजपा में योगी ही भविष्य का चेहरा बनते नजर आ रहे हैं .आज की जनादेश चर्चा इसी पर