गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि वो कोविड पॉजिटिव हैं और डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल जा रहे हैं। भारत के गृहमंत्री को AIIMS की जगह मेदांता क्यों जाना पड़ा? कैबिनेट मीटिंग में अमित शाह के साथ जितने मंत्री शामिल थे, अब क्या उन्हें क्वारंटाइन होना है? प्रधानमंत्री पांच अगस्त को अयोध्या कैसे जाएंगे? अयोध्या में कितने लोग पहुंचने वाले हैं?
HDFC बैंक के MD & CEO आदित्य पुरी ने पिछले हफ़्ते अपने 840 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। बैंक में अपनी हिस्सेदारी का 95% बेचने की क्या वजह होगी? क्या शेयरहोल्डरों और खाता धारकों को फ़िक्र करनी चाहिए। सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी की टिप्पणी।
पिछले तीन महीने में अस्सी लाख लोग अपने पीएफ में से पैसा निकाल चुके हैं। लॉकडाउन खुलने के बाद जून के आख़िरी तीन हफ़्तों में तो रोज़ एक लाख लोग रक़म निकालने लगे हैं। ये राहत पैकेज का असर है या बड़े ख़तरे का संकेत? आलोक जोशी के साथ माइंड योर बिज़नेस।
आदमखोर बाघ और तेंदुओं के शिकार के लिए मशहूर जिम कॉर्बेट की कहानियाँ। कॉर्बेट की अपनी किताबें और कॉर्बेट पर लिखी गई किताबें। यह सब जंगल, जानवर, ज़िंदगी और समाज के बारे में एक नया नज़रिया देती हैं। बच्चों को, बड़ों को और लिखनेवालों को क्यों पढ़ना चाहिए कॉर्बेट पर सब कुछ? लेखक, पत्रकार और प्रकृतिकर्मी हृदयेश जोशी के साथ कॉर्बेट पर चर्चा।
ग़ाज़ियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के बाद सरकार और पुलिस पर उठ रहे सवाल। दस लाख रुपए मुआवज़े और पत्नी को नौकरी का एलान। लेकिन हत्या के बाद मुआवज़ा ही हर समस्या का अंत है। जान बचाने में नाकाम क्यों है सरकार?
भारत और अमेरिका ही नहीं दुनिया के अनेक देश चीन से नाराज़ हैं। उसका बहिष्कार कर रहे हैं। तो चीन की जवाबी तैयारी भी चालू है। पेटीएम में पैसा लगानेवाली जैक माँ की कंपनी एंट टेक न्यूयार्क को छोड़कर चीन और हॉंगकांग से ही पैसा उठाने की तैयारी में है। चीन के स्वदेशी आंदोलन पर आलोक जोशी की टिप्पणी।
दस लाख पार करने के बाद क्या और तेज होगी कोरोना की रफ़्तार? क्या कह रहे हैं आँकड़े? कहाँ चूक गई सरकार? डाटावाणी के अपूर्व भारद्वाज और अनब्रेकिंग के राजेंद्र तिवारी से बातचीत।
प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पद से छुट्टी होने के बाद अब सचिन पायलट क्या करेंगे? क्या बीजेपी में जाएँगे? यह गहलोत की जीत है या कॉंग्रेस का नुक़सान? रशीद किदवई, देवेंद्र शास्त्री और अनिल शर्मा के साथ चर्चा।
विकास दुबे का एनकाउंटर हो गया! क्या साथ में क़ानून और न्याय व्यवस्था का भी एनकाउंटर हो गया? आलोक अड्डा में आशुतोष, शीतल, हर्षवर्धन त्रिपाठी, शरद गुप्ता और राजकेश्वर सिंह!
कानपुर में दस पुलिसवालों के नरसंहार का मुख्य अभियुक्त विकास दुबे उज्जैन में महाकाल मंदिर से गिरफ्तार।ये गिरफ्तारी है या नाटक? वरिष्ठ पत्रकार राजा शर्मा, रामदत्त त्रिपाठी, अकु श्रीवास्तव, शीतल पी सिंह और अरुण अस्थाना के साथ चर्चा।
कानपुर में एक बदमाश को पकड़ने गई पुलिस पार्टी पर हमले में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या किस बात का प्रतीक है। वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी और वीरेंद्र नाथ भट्ट से बातचीत।
वाह उस्ताद! प्रवीण कुमार झा की किताब हिंदुस्तानी संगीत घरानों के क़िस्से। कुली लाइंस के लेखक और नॉर्वे में डॉक्टर प्रवीण झा की किताब पर चर्चा। लेखक के साथ मशहूर दास्तानगो और किस्सा किस्सा लखनउवा के लेखक हिमांशु बाजपेयी भी चर्चा में हैं।
चीन अचानक क्यों भड़का? क्या भारत चीन के बीच युद्ध या टकराव से समस्या हल होगी? पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सलाहकार और चीन भारत संबंध के विशेषज्ञ सुधीन्द्र कुलकर्णी से आलोक जोशी की ख़ास बातचीत।
अब पीटीआई पर देशद्रोह का आरोप ? प्रसार भारती की पीटीआई को धमकी, क्या यह अघोषित आपातकाल नहीं? वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त, हरजिंदर और इंदुकांत दीक्षित से चर्चा।
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चा तेल सस्ता हो गया है। कच्चे सस्ते तेल का फायदा आम आदमी को क्यों नहीं मिल रहा है।