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डब्ल्यूएचओ के प्रमुख अधानोम।

डब्ल्यूएचओ ने चेताया- लॉकडाउन पर्याप्त नहीं, मरीज ढूँढें, जाँचें और इलाज करें

भारत सहित दुनिया भर में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा रहे लॉकडाउन को विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने अपर्याप्त बताया है। इसने कहा है कि इससे यह महामारी ख़त्म नहीं होगी। इसे ख़त्म करने के लिए आक्रामक उपाए उठाने होंगे। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम ने कहा कि ऐसे मामलों को ढूँढना, अलग-थलग करना, जाँच करना और इसका निशान पता करना ही सबसे बढ़िया और सबसे तेज़ तरीक़ा है। न सिर्फ़ बेहद सामाजिक आर्थिक पाबंदियों से बचने के लिए, बल्कि इसे फैलने से रोकने के लिए भी। 

डब्ल्यूएचओ के प्रमुख अधानोम ने इसके लिए ट्विटर पर एक वीडियो मैसेज जारी किया है। इसमें वह दुनिया भर के देशों को संबोधित कर रहे हैं। अधानोम का यह संदेश उन देशों के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है जो ख़ासकर लॉकडाउन पर बहुत ज़्यादा निर्भर हैं और दूसरे उपायों पर उतना ज़्यादा जोर नहीं दे रहे हैं। 

बिना लॉकडाउन किए हुए दक्षिण कोरिया द्वारा इस वायरस पर काबू पाए जाने पर इसी डब्ल्यूएचओ और इसके प्रमुख अधानोम उसकी जमकर तारीफ़ कर चुके हैं और दूसरे देशों को उससे सीख लेने को कह चुके हैं। दक्षिण कोरिया ने विकसित देशों की तरह स्वास्थ्य व्यवस्था मज़बूत नहीं होने के बावजूद अपनी तैयारी के बल पर इस वायरस को काबू किया है। इसने स्वास्थ्य व्यवस्था को मज़बूत किया और वह रणनीति के साथ इसके साथ लड़ रहा है।

अब उन्होंने फिर से उन देशों को संदेश देने की कोशिश की है कि वे लॉकडाउन से इतर दूसरे उपायों पर भी विचार करें। उन्होंने कहा कि हम सभी देशों से आग्रह करते हैं कि इस वक़्त का इस्तेमाल कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ हमले करने में करें। उन्होंने कहा, 'लोगों को घर पर रहने और आबादी की आवाजाही बंद करने के लिए कहने से स्वास्थ्य प्रणालियों पर दबाव कम हो रहा है और समय भी ज़्यादा मिल रहा है। लेकिन अपने दम पर ये उपाय (लॉकडाउन) महामारी को नहीं ख़त्म कर पाएँगे।'

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बता दें कि चीन से लेकर इटली, स्पेन, फ़्रांस, जर्मनी, अमेरिका, भारत सहित क़रीब 42 देशों ने लॉकडाउन का सहारा लिया है। कोरोना वैश्विक महामारी है और इसने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया है। 

दुनिया भर में कोरोना का वायरस तेज़ी से फैल रहा है और अब तक 4 लाख 68 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। 21 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

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हालाँकि राहत की बात यह है कि 1 लाख 14 हज़ार लोग पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं। हालाँकि अब तक सबसे ज़्यादा क़रीब 81 हज़ार मामले चीन में आए हैं लेकिन फ़िलहाल इटली और अमेरिका में यह तेज़ी से फैल रहा है। इटली में क़रीब 74 हज़ार लोग पॉजिटिव पाए गए हैं और इसमें 7500 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका में क़रीब 66 हज़ार मामले आए हैं और क़रीब 1000 लोगों की मौत हो गई है। 
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क़मर वहीद नक़वी
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