राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी है कि टीके नहीं लगवाने पर कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट अमेरिका में बहुत तेज़ी से फैलना शुरू हो जाएगा। ओमिक्रॉन वैरिएंट संक्रमण फ़ैलने के बीच उन्होंने भविष्यवाणी की है कि इस बार 'गंभीर बीमारी और मौत की सर्दी' होगी।
उन्होंने अमेरिकियों से टीकाकरण या बूस्टर खुराक लेने का आग्रह किया है। बाइडेन ने कहा कि एकमात्र वास्तविक सुरक्षा अपनी खुराक लेना है। उनकी यह चेतावनी तब आई है जब अमेरिका में संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं। 1 दिसंबर तक संक्रमण के हर रोज नये मामलों का औसत 86,000 था। 14 दिसंबर को यह बढ़कर 117,000 हो गया है यानी 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एक दिन पहले तो अमेरिका में 24 घंटे में 1 लाख 44 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं।
ऐसा ही हाल ब्रिटेन का है। वहाँ तो रिकॉर्ड संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। ब्रिटेन में एक दिन में 88 हज़ार से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले काफ़ी ज़्यादा फैले हैं। वहाँ अब तक कम से कम 10 हज़ार ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने रविवार को ही बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, 'किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए- ओमिक्रॉन की एक तूफानी लहर आ रही है।' उन्होंने कहा है कि दिसंबर के अंत तक एक महीने में वयस्कों को बूस्टर खुराक देने का लक्ष्य है। पहले यह लक्ष्य अगले साल जनवरी के लिए रखा गया था।
इसी बीच अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिर से टीकाकरण पर जोर देना शुरू किया है। उन्होंने टीकाकरण वाले लोगों को बूस्टर खुराक लेने के लिए कहा और जिन्होंने अब तक टीका नहीं लगवाया है उन्हें पहली खुराक लेने के लिए आग्रह किया।
जी7 के स्वास्थ्य मंत्रियों ने गुरुवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अंतरराष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया। इसे उन्होंने वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा वर्तमान खतरा बताया।
बूस्टर खुराक ओमिक्रॉन पर प्रभावी: एंथनी फाउची
द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार फाउची ने कहा, 'हमारी बूस्टर वैक्सीन ओमिक्रॉन के ख़िलाफ़ काम करती है। इस वक़्त, एक ख़ास प्रकार की बूस्टर की कोई आवश्यकता नहीं है... यदि आप बिना टीकाकरण के हैं, तो आप बहुत कमजोर हैं - न केवल मौजूदा डेल्टा के केसों का हम अनुभव कर रहे हैं, बल्कि ओमिक्रॉन का भी।'
हाल ही में एक शोध में पता चला है कि भले ही वैक्सीन की रूटीन खुराक ओमिक्रॉन के ख़िलाफ़ पर्याप्त सुरक्षा नहीं देती हैं, लेकिन इसकी बूस्टर खुराक से सुरक्षा बढ़ जाती है। यह शोध अमेरिका में हुआ है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल (एमजीएच), हार्वर्ड और एमआईटी के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है। इसमें पता चला कि नियमित खुराक के साथ ओमिक्रॉन वैरिएंट के ख़िलाफ़ एंटीबॉडी कम या फिर बिल्कुल ही अनुपस्थित रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में तीन स्वीकृत कोरोना टीकों- मॉडर्ना, फाइजर-बायोएनटेक और जॉनसन एंड जॉनसन में से कोई भी अपनी नियमित खुराक से ओमिक्रॉन वैरिएंट के ख़िलाफ़ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं, लेकिन बूस्टर खुराक से सुरक्षा बढ़ जाती है।
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