तुर्की और सीरिया में भूकंप के झटके से बड़ी त्रासदी आई है। इन दोनों देशों में अब तक कम से कम 5000 लोगों की मौत हो चुकी है। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं। सोशल मीडिया पर अब जो तसवीरें आ रही हैं उसमें बेहद भयावह नज़ारे दिख रहे हैं। तुर्की प्रशासन का कहना है कि अभी तक कम से कम 5600 इमारतें गिर चुकी हैं। तबाही का ऐसा ही मंजर सीरिया में भी देखने को मिला है।
वहाँ कल से आज तक अब तक भूकंप के पाँच झटके आ चुके हैं। तुर्की और सीरिया में सोमवार को सबसे पहले 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। अब तक जो मरने वालों की संख्या आई है उसमें और भी इजाफा होने की आशंका है, क्योंकि बचाव दल अभी भी मलबे से लोगों को निकालने का अभियान जारी रखे हुए है।
कहा जा रहा है कि जिस तीव्रता से यह भूकंप आया था वह पूरी दुनिया में हाल के कुछ दशकों में आए सबसे ज़्यादा घातक भूकंप के झटकों में से एक है। जानमाल का नुक़सान भी काफ़ी ज़्यादा हुआ है।
भूकंप के ऐसे ही बेहद भयावह झटके इंडोनेशिया, नेपाल, जापान, हैती, पाकिस्तान जैसे देशों में भी आए। इनमें भी हज़ारों लोग मारे गए थे।
इंडोनेशिया में बार-बार आते हैं भूकंप के झटके
इंडोनेशिया में बार-बार भूकंप के झटके आते रहे हैं। 28 सितंबर 2018 को इंडोनेशिया में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 4,300 से अधिक लोग मारे गए थे।
30 सितंबर, 2009 को इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा में 7.5 तीव्रता का भूकंप आने से 1,100 से अधिक लोग मारे गए थे। 26 मई, 2006 को इंडोनेशिया के जावा द्वीप में 6.3 तीव्रता का भूकंप आने से 5,700 से अधिक लोग मारे गए थे। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 28 मार्च, 2005 को इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा में 8.6 तीव्रता के भूकंप से क़रीब 1,300 लोगों की मौत हुई।
हैती में 3 लाख लोग मरे थे
दो दशकों में सबसे ज़्यादा जानमाल का नुक़सान हैती में हुआ था। 12 जनवरी 2010 को सरकारी अनुमानों के अनुसार, हैती में 7.0 की तीव्रता वाले भूकंप से आश्चर्यजनक रूप से 316,000 लोग मारे गए थे। 14 अगस्त, 2021 को हैती में ही 7.2 तीव्रता के भूकंप से 2,200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
जापान में आया था 9.0 तीव्रता का भूकंप
11 मार्च, 2011 को जापान के उत्तरपूर्वी तट पर 9.0 तीव्रता का भूकंप आने से सूनामी आई थी। इसमें 20,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
25 अप्रैल 2015 को नेपाल में 7.8 तीव्रता के भूकंप से 8,800 से अधिक लोग मारे गए थे। 12 मई 2008 को चीन के पूर्वी सिचुआन में 7.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके परिणामस्वरूप 87,500 से अधिक लोग मारे गए थे।
2001 में गुजरात में आए थे घातक झटके
26 जनवरी, 2001 को भारत के गुजरात में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें 20,000 लोग मारे गए थे। 8 अक्टूबर, 2005 को पाकिस्तान के कश्मीर क्षेत्र में 7.6 तीव्रता के भूकंप से 80,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
26 दिसंबर, 2003 को ईरान में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे 50,000 लोगों की मौत हुई। 22 जून, 2022 को अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता के भूकंप आया था जिसमें 1,100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
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