यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में अलग-अलग 6 जगहों पर हुए आतंकवादी हमलों में 5 लोग मारे गए हैं। किसी गुट ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है, पर सरकार ने इन वारदातों को आतंकवादी हमला क़रार दिया है।
इस छोटे से शांतिपूर्ण देश में एक साथ योजनाबद्ध और संगठित होकर किए गए ये हमले पूरे यूरोप के लिए चिंता का सबब हैं। अभी कुछ दिन पहले ही फ़्रांस के नीस शहर में एक व्यक्ति ने नोत्रेदम गिर्जाघर के घुस कर तीन लोगों की हत्या कर दी थी। एक महिला का गला उस समय काट दिया गया, जब वह प्रार्थना कर रही थी। हालांकि वियना की वारदात का नीस की घटना से कोई संबंध है या नहीं, इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन यूरोप में आतंकवादी हमले हो रहे हैं, यह तो साफ है।
बीबीसी के अनुसार, ऑस्ट्रिया के आतंरिक मंत्री कार्ल नेमार ने कहा कि वियना में 'इसलामी आतंकवादियों' ने हमला किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमलावर इसलामिक स्टेट से सहानुभूति रखने वाला है। नेमार ने लोगों से अपील की है कि वे सेंट्रल वियना न जाएं, उन्होंने अभिभावको से बच्चों को स्कूल न भेजने की अपील भी की।
वियना में गोलीबारी एक सिनेगॉग यानी यहूदी पूजा स्थल के पास हुई, लेकिन यह पता नहीं चला है कि हमलावर ने उस सिनेगॉग को निशाना बनाया था या नहीं।
निशाने पर कौन था?
गोलीबारी उस जगह हुई जहां बार और रेस्तरां हैं, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इन जगहों में अधिक संख्या में लोग नहीं थे, वर्ना मरने वालों की तादाद और ज़्यादा हो सकती थी।
हमले की ख़बर मिलते ही पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुँच गए, उनकी गोलीबारी में एक हमलावर मारा गया। हमलावर की गोलीबारी में एक पुलिस वाला घायल हो गया। पुलिस ने हमलावर के पास से ऑटोमेटिक राइफ़ल, पिस्तौल और एक कटार बरामद की हैं।
ऑस्ट्रिया के चांसलर सेबेस्टियन कर्ज़ ने इसे 'घृणित आतंकवादी' हमला बताया है। यहूदी समुदाय के नेता ऑस्कर डॉयच ने ट्वीट कर कहा कि हमले के समय सिनेगॉग बंद था। उस जगह की पहरेदारी कर रहा एक आदमी हमलावर की गोलीबारी में घायल हो गया।
बीबीसी ने कहा है कि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि हमलावरों की संख्या कितनी थी, पर यह साफ है कि मरने वालों में दो पुरुष और एक महिला हैं।
'ठोस कार्रवाई होगी'
बीबीसी के मुताबिक़, चांसलर कर्ज़ ने कहा है, 'हमारी पुलिस इस घृणित आतंकवादी हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ ठोस क़दम उठाएगी। हम कभी भी आतंकवाद से भयभीत नहीं होंगे।'
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस हमले पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा,
“
'राजधानी वियना के बीचोंबीच हुए इस आतंकवादी हमले से ऑस्ट्रियाई लोगों के दुख में हम उनके साथ हैं। यह हमारा यूरोप है। हमलावरों को यह पता होना चाहिए कि वे हमसे भिड़ रहे हैं।'
इमैनुएल मैक्रों, राष्ट्रपति, फ्रांस
मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियना में हुए आतंकवादी हमले को 'कायराना हमला' क़रार देते हुए इस पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि दुख की इस घड़ी में भारत ऑस्ट्रिया की जनता के साथ खड़ा है।
Deeply shocked and saddened by the dastardly terror attacks in Vienna. India stands with Austria during this tragic time. My thoughts are with the victims and their families.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने कहा कि, 'आतंकवादी हमले के इस संकटपूर्ण घड़ी में हम ऑस्ट्रिया की जनता के साथ हैं।' विदेश मंत्री प्रीति पटेल ने कहा कि 'हम हर मुमकिन तरीके से ऑस्ट्रिया की मदद करने को तैयार हैं।'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अंतिम चरण के अपने प्रचार अभियान के बीच कहा कि यह 'यूरोप पर हुआ एक और घिनौना हमला है।'
उन्होंने ट्वीट किया,
“
'निर्दोष लोगों पर हो रहे इस तरह के घिनौने हमले जल्द रोके जाने चाहिए। आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग में अमेरिका ऑस्ट्रिया, फ्रांस और पूरे यूरोप के साथ मजबूती से खड़ा है।'
डोनल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका
ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने भी कहा कि 'वह नफ़रत और हिंसा के ख़िलाफ़ खड़े हैं।'
नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रट ने कहा कि यह हमला जघन्य अपराध है और वह ऑस्ट्रिया की जनता के साथ हैं।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने इस वारदात को 'कायराना हमला' क़रार देते हुए कहा कि 'यह जीवन और मानवीय मूल्यों का उल्लंघन है।'
फ्रांस से शुरुआत
याद दिला दें कि कुछ दिन पहले ही फ्रांस में लगातार दो हमले हुए। रविवार को फ्रांस के लियोन शहर में एक चर्च के बाहर पादरी को गोली मार दी गई। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। लेकिन न तो हमलावर की पहचान हो पाई है और न ही हमले के पीछे की वजह का पता चल पाया है।
घायल पादरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एएफ़पी की रिपोर्ट में पुलिस सूत्र और प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा गया है कि 52 वर्षीय एक ग्रीक नागरिक निकोलोस काकावलाकी शनिवार को मध्य दोपहर लियोन में अपने चर्च को बंद कर रहे थे। तभी एक बंदूक़धारी ने पादरी के सीने पर दो गोलियाँ दागीं।
नीस में हमला
इसके पहले बीते गुरुवार को नीस शहर में गिर्जाघर में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। हमलावर की पहचान ट्यूनीशिया के नागरिक के रूप में हुई है। रिपोर्टों में कहा गया है कि हमलावर एक ट्यूनीशियाई नागरिक है जो 1999 में पैदा हुआ था। वह हमला करने के लिए हमलावर इटली के रास्ते आया।
इसके पहले पेरिस के नज़दीक एक स्कूल में एक शिक्षक ने धर्म पढ़ाते हुए पैगंबर मुहम्मद का एक विवादित कार्टून अपने छात्रों को दिखाया। उसके बाद चेचेन मूल का एक व्यक्ति स्कूल गया और उसने उस शिक्षक की हत्या कर दी।
पैंगबर कार्टून विवाद
फ़्रांस में हाल के दिनों में ऐसे हमले को लेकर आशंकाएँ बढ़ी हैं। यह इसलिए कि व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो में पैगंबर मुहम्मद साहब के कार्टून प्रकाशित होने बाद से फ़्रांस और मुसलिम देश आमने सामने हैं। दोनों के अपने-अपने तर्क हैं- अभिव्यक्ति की आज़ादी का और धार्मिक भावनाएँ आहत होने का।
क्या है पैगंबर मुहम्मद कार्टून विवाद, समझें वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष के इस वीडियो से।
इसकी शुरुआत शार्ली एब्दो के कार्टून से हुई थी। यह व्यंग्य छापने वाली फ्रांसीसी साप्ताहिक पत्रिका है। इसने 2015 में पैगंबर मुहम्मद का कार्टून छापा था। उसके बाद इसलामी उग्रपंथियों ने उसके दफ़्तर में घुस कर 11 लोगो को मार डाला था।
लेकिन शार्ली एब्दो ने उसके 5 साल पूरे होने पर एक बार फिर उन्हीं कार्टूनों को प्रकाशित किया। इससे मुसलिम-बहुल देश गुस्से में हैं। फ्रांस के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और फ्रांसीसी उत्पादों के बायकॉट की अपील की जा रही है।
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