रूस ने एलान किया है कि वह यूक्रेन में फंसे लोगों के लिए मानवीय ऑपरेशन चलाएगा। इससे पहले उसने सोमवार को युद्ध विराम का भी एलान किया था। भारत में रूसी दूतावास ने ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर की सूची जारी की है। इस सूची में यूक्रेन के सुमी शहर में से निकलने के लिए बनाए गए कॉरिडोर का नाम भी शामिल है। सुमी में 600 भारतीय छात्र अभी भी फंसे हुए हैं और भरसक कोशिशों के बाद भी इन्हें वहां से नहीं निकाला जा सका है।
सुमी से दो रास्तों के जरिए निकला जा सकेगा और फिर वहां से हवाई यात्रा या फिर रोड या रेल रूट के जरिए आगे बढ़ा जा सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा के मामले में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलिदीमिर ज़ेलेंस्की से बात की थी। इसमें उन्होंने वहां फंसे भारतीयों के सुरक्षित निकलने पर जोर दिया था।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत करने और युद्ध विराम करने की भी अपील की थी।
विदेश मंत्री मिलेंगे
उधर, युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्री 10 मार्च को तुर्की में मिलेंगे। इससे पहले इन दोनों देशों के बीच तीन दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन उसके बाद भी युद्ध नहीं रुका है और दोनों ही तरफ से लगातार बमबारी जारी है। रूस ने जर्मनी के यूक्रेन को हथियार दिए जाने के फैसले पर निराशा जताई है और कहा है कि यह हथियार आतंकवादियों के हाथों में पहुंच सकते हैं।
रूस की बमबारी जारी
रूस ने यूक्रेन के शहरी इलाकों में बमबारी जारी रखी है। बमबारी में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि वह कहीं नहीं छुपे हैं और अभी भी राजधानी कीव में ही हैं।
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