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क्या बोरिस जॉनसन फिर से ब्रिटिश पीएम की रेस में?

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन क्या फिर से प्रधानमंत्री पद की रेस में होंगे? डेढ़ महीने पहले तक यानी लिज़ ट्रस के पीएम बनने से पहले तक जॉनसन ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। लेकिन उन्हें कई वजहों से इस्तीफा देना पड़ा था। अब टाइम्स ऑफ़ लंदन ने एक रिपोर्ट में कहा है कि बोरिस जॉनसन के कंजर्वेटिव पार्टी नेता के तौर पर उम्मीदवार होने की संभावना है।

इससे पहले जुलाई महीने में बोरिस जॉनसन को तब इस्तीफा देना पड़ा था जब उनकी कैबिनेट के कई मंत्रियों, सांसदों ने इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद उन्हें भी पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

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जॉनसन की मुश्किलें तब बढ़नी शुरू हुई थीं जब उन्होंने यौन दुराचार के एक मामले में आरोपी होने के बाद भी सांसद क्रिस पिंचर को सरकार में अहम ओहदा दिया था। 2019 में बोरिस जॉनसन ने पिंचर को विदेश कार्यालय का मंत्री बनाया था और इस साल फरवरी में उन्हें डिप्टी चीफ व्हिप बनाया गया था। बाद में जॉनसन सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और सरकार मुश्किल में पड़ गई थी।

बहरहाल, लिज़ ट्रस के इस्तीफा देने से पहले ही पांच नाम चल रहे थे कि उनके बाद कौन आएगा। इस सवाल के बीच ही एक चौंकाने वाला नाम बोरिस जॉनसन का आया है। 

ब्रिटेन के प्रमुख समाचार- टाइम्स, डेली टेलीग्राफ और बीबीसी की भी रिपोर्ट है कि जॉनसन इस दौड़ में हैं। टाइम्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बोरिस जॉनसन का मानना है कि यह राष्ट्रीय हित की बात है कि वह 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर लौटें।

हालाँकि मौजूदा हालात में जॉनसन को प्रधानमंत्री पद की दौड़ में आगे नहीं दिखाया जा रहा है। इस बार ऋषि सुनाक इस दौड़ में आगे बताए जाते हैं।

हाल ही में बेटिंग यानी सट्टा लगाने वाली एजेंसियों के अनुसार इस दौड़ में सुनाक काफ़ी आगे चल रहे हैं। एक सर्वे में भी ऋषि सुनाक को पीएम के रूप में लोगों ने पहली पसंद बताया है।

सुनाक का समर्थन करने वाले सांसदों का कहना है कि वित्तीय मामलों में सुनाक की समझ और उनकी नीतियों का वर्तमान में कोई भी कंजरवेटिव सांसद मुक़ाबला नहीं कर सकता है। ऐसे में सुनाक ही ब्रिटेन को आर्थिक संकट से निकाल सकते हैं।

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बता दें कि ऋषि सुनाक भारतीय मूल के हैं लेकिन उनके माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से यूके आए थे। उनके माता पिता दोनों भारतीय मूल के हैं। उनके दादा-दादी पंजाब से थे। ऋषि का जन्म 1980 में साउथम्प्टन में हुआ था।

जॉनसन और ऋषि सुनाक के अलावा पेनी मॉर्डंट, रक्षा मंत्री बेन वालेस और जेरेमी हंट के नाम भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में लिया जा रहा है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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