पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान ख़ान सरकार गिरने के बाद उनके समर्थकों ने पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन शुरू किया है और एक जगह तो वे उस नारे को लगाते सुने जा सकते हैं जो भारत में एक समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ उनके विरोधी लगा रहे थे।
इमरान ख़ान की पार्टी पीटीआई पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन और रैलियाँ कर रही है। ऐसी ही रैलियों में से रावलपिंडी में हुई एक रैली में पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री शेख राशिद अहमद भीड़ को संबोधित करते हैं। और उसी बीच भीड़ 'चौकीदार चोर है' के नारे लगाने लगती है। शेख राशिद अहमद ने उस वीडियो को ट्विटर पर साझा किया है।
راولپنڈی /10 اپریل
— Sheikh Rashid Ahmed (@ShkhRasheed) April 10, 2022
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عمران خان سے اظہار یکجہتی کے سلسلے میں لال حویلی سے براہ راست عوام کے جام غفیر سے خطاب🇵🇰👇https://t.co/Tc0IG0n2DJ@ImranKhanPTI pic.twitter.com/BG7uYtTOqv
समझा जाता है कि यह नारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख के ख़िलाफ़ लगाया गया। इमरान के समर्थक ऐसा मानते हैं कि इमरान ख़ान की सत्ता जाने के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ है। बता दें कि कुछ समय से इमरान ख़ान और पाक सेना प्रमुख के बीच तनातनी की ख़बरें आ रही थीं। आम तौर पर पाकिस्तान में ऐसा माना जाता है कि जिसको सेना का समर्थन नहीं मिला हो वह ज़्यादा दिन तक सरकार नहीं चला पाता है। और यही वजह है कि पीटीआई के समर्थक मानते हैं कि इमरान ख़ान को मिले जनादेश को पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने 'चुरा' लिया है।
बहरहाल, जब रैली को संबोधित करने के दौरान उनके समर्थकों ने वह नारा लगाना शुरू किया तो शेख राशिद अहमद ने तुरंत भीड़ से ऐसे नारे नहीं लगाने को कहा और उन्होंने जोर दिया कि वे शांति के साथ लड़ें।
बता दें कि यह 'चौकीदार चोर है' का नारा पहले भारत में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ लगाए थे। वह नारा भारत में 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी अभियान में इस्तेमाल किया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। खासकर यह नारा उस संदर्भ में लगाया गया था जब भारत में राफेल विमान सौदे में अनियमितताओं के आरोप लगाए गए थे। हालाँकि, बाद में ये अनियमितताएँ साबित नहीं हुईं और अदालत में भी यह मामला आगे नहीं बढ़ पाया।
वीडियो में पूर्व मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि इस महीने परिस्थितियां बदल जाएंगी और उन्होंने इमरान खान के शासन को बदलने वाली 'आयातित सरकार को समाप्त' करने की कसम खाई। उन्होंने घोषणा की कि इमरान खान के साथ एकजुटता में एक 'जेल भरो' आंदोलन चलाया जाएगा।
पाकिस्तान से आ रही ख़बरों और तसवीरों के मुताबिक, यह प्रदर्शन इसलामाबाद, कराची, पेशावर, मुल्तान, खैबर, क्वेटा आदि शहरों में हुए। इन प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में पीटीआई के कार्यकर्ता शामिल हुए और उन्होंने विपक्षी दलों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इमरान के समर्थकों ने लंदन में भी प्रदर्शन किया है। इमरान के समर्थक लंदन में अपना इलाज करा रहे नवाज शरीफ के घर के बाहर पहुंच गए। इस दौरान पीटीआई और नवाज़ की पार्टी पीएमएल (एन) के समर्थक आमने-सामने आ गए।
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