रूस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए तमाम देश उसे स्विफ्ट ग्लोबल इंटरबैंक पेमेंट सिस्टम से बाहर करने की योजना बना रहा है। कई अमेरिकी अखबारों ने इस खबर का जिक्र किया है। स्विफ्ट वो इंटरबैंक पेमेंट सिस्टम है जिसके जरिए कोई भी देश दूसरे देश से व्यापार करने की स्थिति में फटाफट भुगतान कर देता है। इसे एक तेज सुरक्षित सिस्टम माना जाता है। पूरी दुनिया में बिजनेस का लेनदेन इसी स्विफ्ट सिस्टम से होता है। कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन इस तरह की पहल पर काम कर रहे हैं। हालांकि यह इतना आसान भी नहीं है, क्योंकि तमाम इन देशों की बड़ी कंपनियां अपना सामान रूस में निर्यात करती हैं। स्विफ्ट सिस्टम से अगर रूस बाहर हुआ तो तमाम बड़ी कंपनियों का भुगतान भी तो रूक जाएगा।
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बहरहाल, रूस को स्विफ्ट सिस्टम से बाहर करने करने की पहल आने वाले दिनों में हो सकती। लेकिन यूरोपियन यूनियन के दो सदस्य देश जर्मनी और इटली का रुख इस कदम पर पसोपेश वाला है। वे लगभग इसके खिलाफ हैं।
स्विफ्ट सिस्टम से रूस को बाहर करने से रूसी व्यापार प्रभावित होगा और रूसी कंपनियों के लिए व्यापार करना कठिन हो जाएगा।
इससे इस सप्ताह रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए ठोस प्रतिबंधों को और तेज करेगा। रूसी राष्ट्रपति पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को भी व्यक्तिगत रूप से टारगेट करते हुए उनके वित्तीय एसेट अमेरिका ने सीज करने की घोषणा की है। रूसी सेना ने गुरुवार तड़के यूक्रेन पर सबसे बड़ा हमला किया। इसके बाद पश्चिमी ताकतें मास्को पर दबाव बनाने के लिए दौड़ पड़ीं। लेकिन मामला बयानबाजी से आगे नहीं बढ़ सका। अभी तक सिर्फ प्रतिबंधों की ही घोषणा हो रही है। इन प्रतिबंधों में रूसी बैंकों और रूस के धनाढ्य लोगों, निर्यात आदि पर प्रतिबंध आदि शामिल हैं।
यूरोपीय संसद के अध्यक्ष रोबर्टा मेट्सोला ने शुक्रवार को स्विफ्ट का जिक्र सबसे पहले किया था। इटली, इस कदम को उठाने के लिए अनिच्छुक है। इटली ने शुक्रवार को कहा कि वह रूस पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्तावों को वीटो नहीं करेगा और यूरोपीय संघ के भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।
जर्मनी के साथ रूस का सबसे ज्यादा व्यापार है। जर्मनी के वित्त मंत्री क्रिश्चियन लिंडनर ने कहा कि रूस को स्विफ्ट से प्रतिबंधित करने से पहले हमें अपनी अर्थव्यवस्था के नतीजों पर विचार करना होगा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उनके देश ने रूस को स्विफ्ट सिस्टम से बाहर करने का पुरजोर समर्थन किया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को नाटो सदस्य देशों के नेताओं से रूस को स्विफ्ट से हटाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि स्विफ्ट पर फैसला आने वाले दिनों में हो सकता है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि रूस को स्विफ्ट से हटाने का विकल्प मौजूद है और सहयोगियों के साथ मिलकर कदम उठाने पर राष्ट्रपति जो बिडेन विचार कर रहे हैं। एक अन्य अमेरिकी अधिकारी, जो सार्वजनिक रूप से बोलने के लिए अधिकृत नहीं था, ने कहा कि अगर यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस का कब्जा होता है, तो कड़े पश्चिमी प्रतिबंधों की उम्मीद की जा सकती है।
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