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रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है- वाशिंगटन परंपरागत रूप से अपने सहयोगी इज़राइल को सुरक्षा परिषद की किसी भी कार्रवाई से बचा लेता है। रॉयटर्स एक अमेरिकी समाचार एजेंसी है और उसकी इस लाइन लिखने के अर्थ गहरे हैं।
उन्होंने कहा- "हां, प्रस्ताव के संकल्प महत्वपूर्ण हैं। इस परिषद को बोलना भी चाहिए। लेकिन हम जो कार्रवाई करते हैं वह जमीनी हो और तथ्यपूर्ण होनी चाहिए। हमें प्रत्यक्ष कूटनीति प्रयासों का समर्थन करना चाहिए। इसमें इजराइल को आत्मरक्षा के अधिकार की बात नहीं कही गई है। परिषद को यह अधिकार प्राप्त करने की जरूरत है।"
यूएन में ब्राजील के प्रस्ताव पर मतदान से गैहाजिर रहने वाले रूस ने अब कहा है कि उसने इजराइल-गजा युद्ध पर आपातकालीन विशेष सत्र के लिए 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा को बुलाने के लिए कहा है। वह वहां एक मसौदा प्रस्ताव को मतदान के लिए रखने का निर्णय ले सकता है, जहां किसी भी देश के पास वीटो शक्ति नहीं है। महासभा के प्रस्ताव गैर-बाध्यकारी होते हैं, लेकिन राजनीतिक महत्व रखते हैं।
इजराइल ने गजा को पूरी तरह से घेर रखा है और उस पर भीषण बमबारी गुरुवार को भी जारी है। हमास ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला किया था, जिसमें इजराइल के मुताबिक 1,400 लोग मारे गए और 199 लोग बंधक बना लिए गए। इजराइल ने हमास को नष्ट करने की कसम खाई है। उधर, गजा में फ़िलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि 3500 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। जिसमें एकसाथ 500 से ज्यादा मंगलवार को गजा के अल अहली अस्पताल पर बमबारी के बाद मारे गए थे। इजराइल पर बमबारी का आरोप है लेकिन उसने इससे इनकार किया है और अस्पताल की घटना के लिए हमास से जुड़े इस्लामिक जिहाद को जिम्मेदार ठहराया है।
बाइडेन का रवैया
मंगलवार को गजा के अस्पताल पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बहुत चिंतित नजर आने का ट्वीट कर रहे थे। लेकिन बुधवार को तेल अवीव पहुंचने पर उन्होंने इजराइल के साथ मजबूती से खड़े होने की घोषणा कर दी। उनके जाने के बाद इजराइल ने कहा कि अमेरिका ने हमें जिस मदद का वादा किया है, उससे हम इस इलाके की पूरी भौगोलिक स्थिति बदल देंगे। अपनी यात्रा के दौरान, बाइडेन ने कहा कि इज़राइल पीड़ित है लेकिन वह गजावासियों की पीड़ा को दूर कर सकता है। उन्होंने इसराइल और फ़िलिस्तीनियों की मदद करने का भी वादा किया। बाइडेन ने गजा और वेस्ट बैंक में संघर्ष से प्रभावित फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता में 100 मिलियन डॉलर देने का वादा किया है। कई सूत्रों ने बुधवार को ही कहा कि बाइडेन इस आंकड़े में अमेरिका जाने पर बदलाव कर सकते हैं। क्योंकि तमाम अमेरिकी सीनेटर गजा की मदद से साफ मना कर रहे हैं।बहरहाल इज़राइल ने कहा है कि वह मिस्र को गजा पट्टी में सीमित मात्रा में मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देगा। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इस निर्णय को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अनुरोध पर मंजूरी दी गई है। एक बयान में, उसने कहा कि जब तक आपूर्ति हमास तक नहीं पहुंचती, वह भोजन, पानी और दवा की डिलीवरी को "नहीं रोकेगा"। यह स्पष्ट नहीं है कि सहायता कब मिलनी शुरू होगी। मिस्र के रफ़ा क्रॉसिंग की क्षमता केवल सीमित है, और मिस्र का कहना है कि यह इज़राइली हवाई हमलों से क्षतिग्रस्त हो गया है। समझा जाता है कि शुक्रवार को 20 ट्रक मानवीय सहायता लेकर गजा पहुंच सकते हैं।
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