पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना केस से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में अदालत द्वारा तीन साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद शनिवार 5 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया। इस्लामाबाद की एक ट्रायल कोर्ट ने उन्हें पांच साल के लिए सक्रिय राजनीति में भाग लेने से भी रोक दिया।
#ImranKhan https://t.co/oncYOyrlTq
— Hammad Hussain (@Hammadisgood) August 5, 2023
70 वर्षीय इमरान, जो एक क्रिकेट दिग्गज भी हैं, को प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान विदेशी व्यक्तियों से प्राप्त उपहारों को अवैध रूप से बेचने का दोषी पाया गया था। सरकारी अधिकारियों के अनुसार, उपहारों में एक शाही परिवार द्वारा दी गई घड़ियाँ शामिल थीं। आरोप लगाया था कि खान के सहयोगियों ने उन्हें दुबई में बेच दिया था। हालांकि इमरान के पास पहले से ही पैसे की कमी नहीं है। घड़ियां बेचने के आरोप को पाकिस्तान की जनता ने स्वीकार नहीं किया। यह केस तोशाखाना के नाम से मशहूर है। तोशाखाना का मतलब है-सरकारी धरोहर।
डॉन के मुताबिक तोशाखाना केस की सुनवाई सुबह 8:30 बजे शुरू हुई छी। जज ने इमरान के वकीलों की अनुपस्थिति पर बार-बार नाराजगी व्यक्त की। हालाँकि, उन्होंने बचाव पक्ष के वकील को अदालत में पेश होने के लिए कई मौके दिए।
आख़िरकार दोपहर 12:30 बजे एएसडीजे दिलावर ने फैसला सुनाया। लगभग 29 मिनट बाद इमरान की गिरफ्तारी की खबरें सामने आईं।
“میں اگر جیل میں بھی چلا گیا تو آپ نے پرامن جدوجہد جاری رکھنی ہے”-@ImranKhanPTI #لندن_پلان_نامنظور pic.twitter.com/gHBZmvekGB
— PTI (@PTIofficial) August 5, 2023
पिछले उदाहरणों के विपरीत, जहां ज़मान पार्क की सुरक्षा आमतौर पर पार्टी समर्थकों द्वारा की जाती थी, इमरान को आज बिना किसी बड़े प्रतिरोध के हिरासत में ले लिया गया। इमरान की पार्टी पीटीआई ने भी एक ट्वीट में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पार्टी प्रमुख ने गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया।
अपनी राय बतायें