loader
फ़ोटो साभार - फ़ेसबुक

कौन हैं बुशरा मानिका जिनके दीवाने हैं इमरान, पालती हैं जिन्न!

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान राजनीति से ज़्यादा अपनी शादियों को लेकर चर्चा में रहे हैं। तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व क्रिकेटर इमरान ख़ान ने तीसरी शादी तब की जब उनकी उम्र 65 साल हो चुकी थी। आख़िर इस उम्र में इमरान को शादी की क्या ज़रूरत थी जबकि उनके दो तलाक़ हो चुके थे। यह सवाल उठना स्वाभाविक है। 

इमरान ने तीसरी शादी 2018 में बुशरा मानिका नाम की महिला से की थी। इससे पहले इमरान इंग्लैंड के बहुत अमीर खानदान से ताल्लुक रखने वालीं जेमिमा गोल्डस्मिथ और पाकिस्तानी पत्रकार रेहम ख़ान से शादी कर चुके हैं। 

भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद इमरान ख़ान परेशान हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कोई मदद नहीं मिली है। इसके साथ ही पाकिस्तान में भी विपक्षी दल उन्हें कश्मीर मुद्दे पर घेर रहे हैं। पाकिस्तान के आर्थिक हालात बेहद ख़राब हैं और उस पर फ़ाइनेंशियल एक्शन टास्क फ़ोर्स द्वारा ब्लैक लिस्ट किये जाने का ख़तरा पैदा हो रहा है। ऐसे समय में इमरान ख़ान को बुशरा की सलाह की ज़रूरत है। 

अब बात करते हैं बुशरा के बारे में। बुशरा के बारे में कहा जाता है कि पाकिस्तान में उनकी पहचान आध्यात्मिक गुरू के रूप में है और बड़ी संख्या में उनके फ़ॉलोवर्स हैं। बुशरा के फ़ॉलोवर्स मानते हैं कि उनके पास आध्यात्मिक ताक़तें हैं। लेकिन अब जो बुशरा के बारे में जानकारी सामने आई है, वह बेहद हैरान कर देने वाली है। 

ख़बरों के मुताबिक़, 40 साल की बुशरा ने दो जिन्न पाले हुए हैं और वह उन्हें बहुत ज़्यादा पका हुआ मांस खिलाती हैं और इनकी मदद से वह किसी भी असंभव काम को संभव कर सकती हैं। बुशरा पाकिस्तान में गूगल पर सबसे ज़्यादा सर्च की जाने वाली शख़्सियत हैं।

बुशरा इस्लामिक नियमों का बेहद सख़्ती से पालन करती हैं। बुशरा पाकिस्तान के जिस पाकपट्टन इलाक़े की रहने वाली हैं, वहां के लोग उन्हें भाग्य बदलने वाली महिला मानते हैं। पाकपट्टन इलाक़ा सूफ़ी संतों के लिए प्रसिद्ध है और इमरान यहाँ के ख्वाजा फरीद गंज शाकर के दरबार में जाते थे। बुशरा को शाकर का बड़ा फ़ॉलोवर माना जाता है और वहीं इमरान की बुशरा से मुलाक़ात हुई थी। इसके बाद बुशरा इमरान को धार्मिक सलाह देने लगीं थी। 

ताज़ा ख़बरें

बुशरा को पाकिस्तान में पिंकी ‘पीरनी’ (पवित्र महिला) या पिंकी बीबी के नाम से भी जाना जाता है। पिंकी के पहले पति खावर फरीद मानिका कस्टम ऑफ़िसर हैं। 

इमरान भी मानते हैं धार्मिक गुरु

ख़बरों के मुताबिक़, जब इमरान ख़ान की बुशरा से मुलाक़ात हुई थी तब वह प्रधानमंत्री बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे। बताया जाता है कि इमरान भी बुशरा को धार्मिक गुरु के तौर पर मानते हैं। कहा जाता है कि बुशरा की सलाहों को मानने के बाद इमरान को लगा था कि उन्हें इसका फ़ायदा हो रहा है। ख़बरों के मुताबिक़, बुशरा ने इमरान को बता दिया था कि रेहम ख़ान से उनकी शादी लंबे समय तक नहीं चलेगी और हुआ भी यही, रेहम से शादी के साल भर के भीतर ही इमरान ख़ान का तलाक़ हो गया। 

पाकिस्तानी मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक़, यह कहा जाता है कि इमरान ख़ान बुशरा से अपनी पहली मुलाक़ात में ही बेहद प्रभावित हो गए थे। बुशरा अक्सर इमरान ख़ान के बेहतर भाग्य के लिए उन्हें अंगूठी दिया करती थीं।

यह भी कहा जाता है कि इमरान ख़ान से कहा गया था कि अगर वह पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो उन्हें बुशरा के परिवार में किसी से शादी करनी होगी। इस तरह की भी ख़बरें आती हैं कि बुशरा ने इमरान को अपनी बहन से या अपनी बेटी से शादी करने का सुझाव दिया था। हालाँकि बाद में बुशरा ने ही इमरान से शादी की थी। बुशरा पाँच बच्चों की माँ हैं। बुशरा के पति ने भी इमरान ख़ान को उनके आध्यात्मिक परिवार का शिष्य बताते हुए अपनी पत्नी को तलाक़ दे दिया था। 

बुशरा से शादी के छह महीने बाद ही इमरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गये थे। 

इमरान ने ख़ुद को किया समर्पित 

इमरान ख़ान के दोस्त और पाकिस्तान के बड़े पॉप स्टार अली ज़फ़र ने कहा कि इमरान 22 साल से प्रधानमंत्री बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे और बुशरा ने उन्हें इस बात का भरोसा दिलाया था कि वह प्रधानमंत्री बनने में कामयाब होंगे। ज़फ़र ने कहा कि इमरान ख़ान कभी भी हार मानने वाले व्यक्ति नहीं हैं लेकिन इमरान ने ख़ुद को बुशरा के आगे समर्पित कर दिया था। 

कुछ समय पहले यह भी ख़बर आई थी कि बुशरा उनसे नाराज होकर मायके चली गई थीं। बुशरा के घर छोड़ने की जो ख़बर पाकिस्तानी मीडिया में आई थी वह यह थी कि बुशरा इमरान ख़ान के घर में पालतू कुत्तों से परेशान थीं और इस वजह से उनका इमरान से झगड़ा हो गया था और वह घर छोड़कर चली गईं थीं। 

दुनिया से और ख़बरें

लेकिन इमरान ख़ान कई बार बुशरा की तारीफ़ कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान आई चुनौतियों को पार करने में उनकी बीवी ने उनका बहुत साथ दिया है। 

बुशरा को यूँ ही पाकिस्तान में गूगल पर सबसे ज़्यादा सर्च नहीं किया जाता। इमरान ख़ान का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने का सपना बुशरा से शादी के बाद ही पूरा हुआ और बुशरा को जिस तरह लोग आध्यात्मिक गुरु मानते हैं और कहा जाता है कि उनके पास ऐसी ताक़ते हैं जिनसे वह असंभव को संभव कर सकती हैं तो ऐसा लगता है कि बुशरा से शादी करके इमरान को फ़ायदा ही हुआ है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें