1000 से ज्यादा लोगों की मौत
भीषण बाढ़ के कारण पाकिस्तान में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि बड़ी संख्या में होटल, पुल, स्कूल आदि बह गए हैं। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में इस बाढ़ के कारण लगभग 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण 50 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। पाकिस्तान सरकार ने राष्ट्रव्यापी आपातकाल की घोषणा की है और अंतरराष्ट्रीय मदद भी मांगी है।
फरवरी, 2019 में हुए पुलवामा हमले और उसके बाद अगस्त में भारत की ओर से कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद से दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ गए थे। दोनों देशों के बीच पिछले तीन साल से व्यापार रुका हुआ है।
वित्त मंत्री इस्माइल सोमवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में भारत से खाद्य पदार्थों को आयात करने पर विचार करने की बात कही।
पाकिस्तान पहले से ही जबरदस्त महंगाई की मार से जूझ रहा है और ऐसे वक्त में बाढ़ के कारण मुल्क को जबरदस्त नुकसान हुआ है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन के मुताबिक, पूर्व सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ भारत के साथ व्यापार शुरू करने के एक प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं।
पाकिस्तान के पूर्व वाणिज्यक सलाहकार रजक दाऊद भी कई मौकों पर कह चुके हैं कि पड़ोसी मुल्क भारत के साथ व्यापार शुरू किया जाना चाहिए।
पाकिस्तान के आर्मी चीफ क़मर जावेद बाजवा कह चुके हैं कि वह भारत के साथ सभी विवादों को बातचीत के जरिए हल करना चाहते हैं। बाजवा ने कश्मीर को लेकर भी ऐसा ही बयान दिया था और कहा था कि दोनों मुल्कों को पुरानी बातों को दफना कर आगे बढ़ना चाहिए।
याद दिलाना होगा कि मार्च 2021 में तत्कालीन इमरान खान सरकार ने भारत के साथ व्यापार शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन विपक्ष के भारी विरोध के कारण सरकार को यह फैसला टालना पड़ा था। लेकिन इस साल अप्रैल में सरकार बदली और शहबाज शरीफ मुल्क के नए वज़ीर-ए-आज़म बने।
शहबाज शरीफ के हुकूमत संभालने के बाद से पेट्रोल, डीजल, मिट्टी के तेल की कीमतें काफी ज्यादा बढ़ चुकी हैं और इसे लेकर मुल्क के लोगों में काफी नाराजगी है।
भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2021 में जब संघर्षविराम हुआ था, उसके बाद से ही यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के रिश्ते अब बेहतर हो सकते हैं। उस दौरान ऐसी खबरें भी आई थीं कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तत्कालीन सलाहकार मोइद यूसुफ की किसी दूसरे देश में मुलाकात हुई थी। हालांकि यूसुफ ने इससे इनकार किया था।
बेघर हुए लोग
बारिश और बाढ़ ने देश के कई इलाकों खासकर सिंध और बलूचिस्तान में भारी तबाही मचाई है। बड़े पैमाने पर हुए नुकसान को देखते हुए खैबर पख्तूनख्वा की सरकार ने राहत और बचाव के काम के लिए ढाई अरब रुपए के फंड को मंजूरी दी है। सरकार ने कहा है कि बाढ़ की वजह से बड़ी संख्या में बेघर हुए लोगों को वापस उनके घरों में बसाया जाएगा। राहत और बचाव के काम में पाक फौज भी लगातार जुटी हुई है और उसने लोगों के बीच खाना बांटने से लेकर मेडिकल कैंप लगाए हैं। बेघर हुए लोगों को शरणार्थी कैंपों में रखा गया है।
पैसा जुटा रहे इमरान
पाकिस्तान के पूर्व वज़ीर-ए-आज़म और पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के चेयरमैन इमरान खान ने कहा है कि वह बाढ़ पीड़ितों के लिए पाकिस्तान और दुनिया भर में बसे पाकिस्तानियों से पैसा इकट्ठा करेंगे। उन्होंने कहा है कि हर पाकिस्तानी को जितना हो सके उतना पैसा बाढ़ पीड़ितों के लिए देना चाहिए।
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