पुलवामा हमले के बाद हर पल बदलते हालात के बीच पाकिस्तानी सेना ने किसी संभावित युद्ध के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने पाकिस्तानी सेना और पाक अधिकृत कश्मीर की सरकारी रिपोर्टों के आधार पर ख़बर दी है कि भारत से हमले के डर के साये में पाक सेना ने युद्ध के साजो-सामान के लिए योजना बनाने के साथ ही स्थानीय अस्पतालों को भी तैयार रहने को कहा है।
पाकिस्तानी सेना की युद्ध की तैयारियाँ ऐसे समय में चल रही हैं जब पुलवामा हमले के बाद भारत में ज़बर्दस्त प्रतिक्रिया हुई है। प्रधानमंत्री मोदी साफ़ कह चुके हैं कि पुलवामा में हमला करने वालों को इसकी भारी क़ीमत चुकानी होगी। हालाँकि उन्होंने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया था। मोदी के बयान के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भी राष्ट्र को संबोधित कर कहा था कि भारत ने यदि हमला किया तो उसका जवाब देने से पाकिस्तान पीछे नहीं हटेगा। गुरुवार को पाकिस्तान में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक भी हुई, जिसमें सेना को हर परिस्थिति का मुक़ाबला करने के पूरे अधिकार दे दिये गये।
युद्ध की तैयारियों से संबंधित जिन दो दस्तावेजों का जि़क्र ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने अपनी रिपोर्ट में किया है, उनमें एक बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना का है और दूसरा पीओके के स्थानीय प्रशासन को भेजा गया एक नोटिस है। इन दस्तावेजों से ख़ुलासा होता है कि भारत के साथ युद्ध के लिए पाकिस्तान ने तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार, क्वेटा कैंटोनमेंट के हेडक्वार्टर क्वेटा लॉजिस्टिक्स एरिया (एचक्यूएलए) में स्थित पाकिस्तान आर्मी ने भारत के साथ संभावित युद्ध के मद्देनज़र 20 फ़रवरी को जिलानी हॉस्पिटल को लिखा कि अस्पताल अपनी मेडिकल व्यवस्था तैयार रखे।
एचक्यूएलए फ़ोर्स कमांडर आसिया नाज़ ने जिलानी हॉस्पिटल को लिखा है, 'इस्टर्न फ़्रंट पर आपात युद्ध की स्थिति में क्वेटा लॉजिस्टिक्स एरिया में पंजाब और सिंध के जनरल और सेना हॉस्पिटलों से घायल जवानों के आने की संभावना है। शुरुआती मेडिकल इलाज के बाद ऐसे घायल जवानों को सेना और जनरल हॉस्पिटल से बलूचिस्तान के जनरल हॉस्पिटल में तब तक भेजा जाएगा जब तक सिविल मिलिट्री हॉस्पिटल में बेड खाली हों।'
पत्र में आगे लिखा गया है, 'लॉजिस्टिक्स एरिया में प्रोविंस के सभी जनरल और सेना हॉस्पिटलों का एक विस्तृत मेडिकल सहायता का प्लान है। हमले जैसी घटना होने की स्थिति में जनरल और सेना हॉस्पिटलों में बेड बढ़ाने के अलावा 25 फ़ीसदी बेड सेना के घायल जवानों के लिए रिजर्व रखा जाए।'
स्थानीय लोगों को भेजी गयी एडवाइजरी
गुरुवार को पीओके सरकार ने नियंत्रण रेखा के क्षेत्र में नीलम, झेलम, रावलकोट, हवेली, कोटली और भिंभर क्षेत्र के स्थानीय प्रशासन को पत्र भेजा है। इसमें उन्हें कहा गया है कि भारत की ओर से किसी तरह के हमले की कार्रवाई के बारे में स्थानीय लोगों को सतर्क करते हुए वे एडवाइजरी जारी करें।
पत्र में स्थानीय लोगों को यह सलाह दी गयी है कि जब कभी भी यात्रा करें तो वह सुरक्षित मार्ग अपनाएँ और बड़े समूहों में इकट्ठा न हों। पत्र में यह भी सुझाव दिया गया है कि नियंत्रण रेखा के आसपास रहने वाले लोगों के पास यदि बंकर नहीं हैं तो उन्हें तुरंत ही इसे बना लेना चाहिए।
क्या कहा था पाक पीएम इमरान ख़ान ने
इमरान ख़ान ने यह भी कहा था कि भारत में हाल ही में चुनाव होने हैं और वहाँ चुनाव के पहले इस तरह का वातावरण जानबूझ कर तैयार किया जा रहा है। पर इससे किसी को कोई फ़ायदा नहीं है।
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