पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार को एक राजनीतिक दल की बैठक के दौरान हुए विस्फोट में कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई और क़रीब 200 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) द्वारा बाजौर जिले के खार में आयोजित एक राजनीतिक बैठक के दौरान यह धमाका हुआ। विस्फोट में करीब 10 किलो आरडीएक्स का इस्तेमाल होने की आशंका जताई गई है।
पाकिस्तान के अंग्रेज़ी अख़बार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार बाजौर जिला के आपातकालीन अधिकारी साद खान ने बताया है कि खार में जेयूआई-एफ के एक प्रमुख नेता मौलाना जियाउल्लाह जान की भी विस्फोट में मौत हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि घायल व्यक्तियों को पेशावर और टिमरगेरा के नजदीकी अस्पतालों में भेजा जा रहा है।
घटनास्थल के टेलीविजन फुटेज में एंबुलेंसों को घायलों को अस्पताल ले जाते हुए देखा गया। बाद में पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी। घायलों में अधिकतर लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चला है कि यह एक आत्मघाती विस्फोट था, हालाँकि, विस्फोट की प्रकृति की जांच की जा रही है और इसके बारे में औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है।
जेयूआई-एफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री आजम खान से घटना की गहन जांच की मांग की। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अस्पताल पहुंचकर रक्तदान करने का भी आग्रह किया। फज़ल ने कहा, 'जेयूआई कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्ण रहना चाहिए और संघीय और प्रांतीय सरकारों को घायलों को सर्वोत्तम इलाज प्रदान करना चाहिए।'
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार खैबर पख्तूनख्वा के कार्यवाहक सूचना मंत्री फिरोज शाह जमाल ने जियो न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में मरने वालों की संख्या और घायलों की संख्या की पुष्टि की। एएफपी ने मरने वालों की संख्या 35 बताई है।
रिपोर्ट के अनुसार जमाल ने कहा कि बाजौर और आसपास के इलाकों के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा, 'हम गंभीर रोगियों को हेलीकॉप्टरों के माध्यम से पेशावर और अन्य अस्पतालों में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'अभी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता घायलों को चिकित्सा उपचार प्रदान करना है। विस्फोट स्थल की घेराबंदी कर दी गई है। पाकिस्तानी सेना और अन्य संस्थान ऑपरेशन में हमारी सहायता कर रहे हैं।'
बाजौर जिला स्वास्थ्य अधिकारी फैसल कमाल ने डॉन से कहा कि 150 से अधिक घायल लोगों को बाजौर जिला मुख्यालय अस्पताल लाया गया था, जबकि गंभीर हालत वाले लोगों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल (एलआरएच) में ले जाया जा रहा था। वहाँ के मुख्यमंत्री खान ने विस्फोट की निंदा की और जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी।
घटना के बाद जियो न्यूज से जेयूआई-एफ नेता हाफिज हमदुल्ला ने कहा कि वह कुछ वजहों से सम्मेलन में शामिल नहीं हुए, हालांकि उन्हें आमंत्रित किया गया था।
जेयूआई-एफ नेता के हवाले से कहा गया, 'मैं विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं और इसके पीछे के लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि यह जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है।' उन्होंने इस घटना को मानवता और बाजौर पर हमला बताया।
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