मौजूदा यूक्रेन संकट दुनिया के सामने है। रूस का मीडिया यूक्रेन की छवि आक्रामक देश के तौर पर पेश कर रहा है। यूक्रेन में कुछ ऐसा ही संकट 1930 के दशक में आया था, लेकिन तब गैरेथ जोन्स ने वैसी रिपोर्ट थी जो इतिहास में दर्ज है।
अगर भारत की ओर से इस संबंध में इजाजत दे दी जाती है तो मुल्क के विभाजन के बाद यानी 1947 से अब तक ऐसा पहली बार होगा कि भारत या पाकिस्तान में से किसी एक ओर से विमान से श्रद्धालुओं को लाया जाएगा।
टेनिस के दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का फ्रेंच ओपन खेलना भी खटाई में पड़ने जा रहा है। फ्रांस के खेल मंत्रालय ने कहा है कि बिना वैक्सीन जोकोविच को एंट्री नहीं मिलेगी। पूरी रिपोर्टः
हरिद्वार में आयोजित हुई धर्म संसद के खिलाफ दुनिया भर में रहने वाले प्रवासी भारतीय भी खुलकर आवाज उठा रहे हैं। धर्म संसद में शामिल वक्ताओं की गिरफ्तारी की मांग भी की जा चुकी है।
चीन भारत ख़िलाफ़ उकसावे की कार्रवाई तो करता ही रहा है, इसके साथ ही नेपाल-भूटान जैसे देशों में वह सैनिक घुसपैठ और ढाँचे तैयार क्यों कर रहा है? क्या भारत को यह चारों ओर से घेरने की चीन की रणनीति का हिस्सा है?
कज़ाख़स्तान में रसोई गैस की क़ीमत में बढ़ोतरी से हिंसा क्यों हो गई? ख़बर है कि अब तक कम से कम 44 लोग मारे जा चुके हैं। आख़िर महंगाई वहाँ इतना बड़ा मुद्दा कैसे बन गयी?