यूक्रेन पर हमला करने के बाद से ही रूस पर दुनिया के कई देशों ने तमाम तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं लेकिन सवाल यह है कि क्या इन प्रतिबंधों से उसे कोई नुकसान होगा?
पश्चिमी देशों ने रूस की आर्थिक नाकेबंदी करके उसे कड़ा संदेश भेजा है। रूस का सारा व्यापार धीरे-धीर ठप हो रहा है। वहां की मुद्रा रूबल गिर रही है। पश्चिमी देशों की बड़ी कंपनियों ने रूस से व्यापारिक नाता तोड़ लिया है।
दे डेली मेल ने टाइम्स के हवाले से बहुत सनसनीखेज खुलासा किया है। इसमें कहा गया है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की हत्या के लिए भाड़े के सैनिक अफ्रीका से भेजे गए हैं।
दूतावास की इस एडवाइजरी से मतलब यह निकलता है कि आने वाले दिनों में यूक्रेन और कीव में हालात और खराब हो सकते हैं। ऐसे में भारतीयों को वहां से निकालना बड़ी चुनौती बन गया है।
सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की खुदकुशी के मामले में नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे लगातार महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल उठा रहे थे।
यूक्रेन में रूसी हमले के बाद से तबाही का मंजर है। दोनों देशों के कई जवानों की मौत इस हमले में हो चुकी है। हजारों लोगों को यूक्रेन से विस्थापित होना पड़ा है।
रूसी हमले में यूक्रेन में इंटरनेट सेवाएं बाधित हो गई हैं तो ऐसे में स्पेसएक्स के मालिक एलोन मस्क ने अपनी कंपनी स्टारलिंक की सेवाएं वहां दे दी हैं। तमाम सोशल मीडिया मंचों पर रूसी प्रोपेगेंडा को रोका जा रहा है।