कट्टरता और भ्रष्टाचार ने आज पाकिस्तान को जिस स्थिति में पहुंचा दिया है, उससे सबक लेने की जरूरत पड़ोसी मुल्कों को है। ऐटम बम और कश्मीर के मसले ने पाकिस्तान के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता को लंबे समय तक ऐसे फर्जी वादों और इरादों से फुसलाया नहीं जा सकता।
रूस यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति यूक्रेन में क्यों पहुँचे हैं? वह क्या संदेश देना चाहते हैं? यूक्रेन के साथ एकजुटता के साथ ही क्या रूस के लिए यह चेतावनी है?
कराची पुलिस ऑफिस (केपीओ) पर शुक्रवार शाम हुए हमले में पांच आतंकियों समेत 9 लोग मारे गए। हालांकि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है लेकिन पाकिस्तान सिंध प्रांत के सीएम मुराद अली शाह ने कहा है कि इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को बेनकाब किया जाए।
जिस जॉर्ज सोरोस ने 2023 में अडानी-हिंडनबर्ग विवाद के बीच प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी कर भारत में सनसनी पैदा कर दी थी, अब बीजेपी उनके साथ राहुल गांधी का नाम क्यों जोड़ रही है। जानिए, आख़िर जॉर्ज सोरोस कौन हैं?
क्या शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की नियुक्ति में या फिर न्यायपालिका में सरकार का हस्तक्षेप होना चाहिए? ये सवाल भारत में लगातार उठता रहा है और इजराइल में भी। लेकिन इजराइल में लोग सड़कों पर क्यों उतर गए?
अमेरिका में यूएफओ और एलियंस को लेकर चर्चा फिर शुरू हो गई है। हालांकि व्हाइट हाउस ने एलियंस की खबरों को लेकर खंडन कर दिया है लेकिन अमेरिका में 40-50 का दशक लौट आया है जब एलियंस और उड़न तश्तरी की कहाननियां लोककथाएं बन गई थीं। पढ़िए यह दिलचस्प जानकारीः
अमेरिका के आसमान में अज्ञात उड़ने वाली चीजों की बढ़ोतरी हो रही है। रविवार को चौथी अज्ञात चीज को मार गिराया गया। क्या ये यूएफओ कोई अज्ञात महाशक्ति भेज रही है। जानिएः
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या 28000 से ऊपर पहुंच गई है। एक हफ्ते बाद भी लोग मलबे से जिंदा निकल रहे हैं। यूएन ने कहा है कि बहुत ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मदद की जरूरत है।
चीन का गुब्बारा देखे जाने के बाद अमेरिका के अलास्का राज्य में शुक्रवार को छोटी कार जैसी चीज आसमान में दिखी। अमेरिका के लड़ाकू जेट विमानों ने उस चीज को मार गिराया है। लेकिन इस घटना को लेकर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं।
पाकिस्तान के खराब आर्थिक हालातों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को माना जा रहा है क्योंकि उनकी सरकार सब्सिडी समझौतों से मुकर गई, और सौदे में लिखित कर संग्रह के लिए किये जाने वाले सुधारों को पूरा करने में विफल रही।