प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से यूरोपीय संघ की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति अराजकता में फंस गई। ताज़ा संकट से उसके बजटीय और सामने मुँह बाए आर्थिक संकटों के बढ़ने का खतरा है।
चीन और नेपाल और नजदीक आते जा रहे हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को बीजिंग में नेपाली प्रधान मंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की और नेपाल के साथ सहयोग की अपनी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के प्रयासों का वादा किया। चीन के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड में अब नेपाल भी शामिल हो गया है। बेल्ट एंड रोड एशिया में व्यापारिक समीकरण को बदल देगा। नेपाल हमेशा भारत को मुख्य सहयोगी मानता रहा है लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं और उसका झुकाव अब चीन की तरफ ज्यादा है।
ट्रम्प ने यूएस में राष्ट्रपति पद संभालने से पहले हमास को सीधे धमकी देते हुए कहा कि इसराइली बंधकों को फौरन छोड़ा जाए। वरना अंजाम बुरे होंगे। हालांकि अमेरिका और इसराइल ने हमास को हमेशा के लिए खत्म करने का वादा किया था लेकिन एक साल के युद्ध के बाद हमास खत्म नहीं हुआ। बंधक आज भी उसके पास हैं।
जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल ने भारत की दक्षिणपंथी सरकार और उसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला किया है। मर्केल ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि मोदी के सत्ता संभालने के बाद भारत में अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों और ईसाइयों पर हमले बढ़े हैं। मर्केल ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से भी अपनी मुलाकातों का जिक्र किया और डॉ सिंह को महान अर्थशास्त्री और भारत के लोगों के बारे में सोचने वाला शख्स बताया।
बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों के लिए स्थितियां विकट होती जा रहीं। ढाका में शनिवार को इस्कॉन से जुड़े एक और पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा पहले से गिरफ्तार चिन्मय कृष्ण दास और इस्कॉन के बैंक खातों को जब्त कर लिया गया है। जांच अभी जारी है। भारत और इस्कॉन इससे पहले इस पर आपत्ति जता चुके हैं।
ऑस्ट्रेलिया में पारित इस कानून को सभी दलों ने संसद में समर्थन दिया। सोशल मीडिया कंपनियों से युवा किशोरों को इससे दूर रखने और रोकने के लिए जल्द से जल्द "उचित कदम" उठाने को कहा गया है।
इसराइल और हिजबुल्लाह के बीच 60 दिनों का युद्धविराम स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह 4 बजे लेबनान में प्रभावी हो गया है। नेतन्याहू के कसम खाने के बावजूद अभी तक न तो सारे बंधक छूटे और न ही हमास और हिजबुल्लाह खत्म हुए। ...तो ऐसे में इसराइल को यह युद्ध विराम क्यों करना पड़ा। जानिएः
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे उनकी पार्टी पीटीआई के समर्थक पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सोमवार देर रात घुस गए। वहां की सरकार ने देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया है। हिंसा में अभी तक पांच लोग मारे जा चुके हैं।
कनाडाई अखबार में एक अनाम राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि निज्जर की हत्या की कथित साजिश के बारे में पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को जानकारी थी।
यूएस में कथित रिश्वत के मामले में आरोपी गौतम अडानी की कोयला यूनिट के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में मानवाधिकार हनन की शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। ऑस्ट्रेलिया में कोयला खदानों में अडानी कंपनी के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन चल रहा है।
गजा जनसंहार के युद्ध आरोपी इसराइली पीएम नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री गैलेंट दुनिया के किसी भी कोने में भाग कर जाएं, आईसीसी कोर्ट के वॉरंट वहां उनकी गिरफ्तारी के लिए तैयार मिलेंगे। वे कितने और कौन कौन से देश हैं, जहां पर इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है, जानिएः
अमेरिका में गौतम अडानी पर आरोप लगा है कि उन्होंने भारत में एक बड़ा पावर प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर यानी क़रीब 2000 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की योजना बनाई।
दो दिन पहले ही यूक्रेन ने लंबी दूरी की मिसाइलें दागीं तो रूस ने परमाणु बम ले जाने में सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल क्यों छोड़ी? क्या युद्ध का ख़तरा अब कहीं ज़्यादा बढ़ गया है?
यूक्रेन और रूस अब युद्ध के नए दौर की तरफ बढ़ रहे हैं। यूक्रेन ने पश्चिमी देशों में निर्मित एटीएसीएमएस (ATACMS) मिसाइलें दागीं तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की मंजूरी अपनी सेना को दे दी है। पूरा घटनाक्रम जानिएः
श्रीलंका चुनाव आयोग के नतीजों के मुताबिक, वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके की नेशनल पीपुल्स पावर पार्टी को संसद में दो तिहाई बहुमत हासिल हो गया है। श्रीलंका भारत का पड़ोसी मुल्क है और तमिलनाडु में इन नतीजों को लेकर काफी उत्सुकता बनी हुई है। लेकिन दिसानायके की पार्टी को बहुमत मिलने के मायने क्या हैं, भारतीय मतदाताओं के लिए इसमें सबक क्या है और जानिए कि श्रीलंका की जनता ने किस तरह कट्टरवाद और क्षेत्रवाद को ठुकरा दियाः