पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने अंग्रेज़ी के सार्वजनिक इस्तेमाल पर वैसा ही प्रहार किया है, जैसा कभी गाँधीजी और लोहियाजी किया करते थे। यदि लोहिया जी भारत के प्रधानमंत्री बनते तो अंग्रेज़ी पर प्रतिबंध लगा देते।
पाकिस्तान में आख़िर हिंदू लड़कियों के साथ ज़्यादती क्यों हो रही है? अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और शादी क्यों? फिर से यह मामला चर्चा में है तो ये सवाल उठ रहे हैं।
पाकिस्तान में दो हिंदू नाबालिग बहनों के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन कराकर शादी करने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी दबाव के बाद इमरान ख़ान को दखल देना पड़ा है।
न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मसजिदों पर हमलों के बाद कुछ लोगों ने मसजिदों के बाहर फूल रखे, मुसलमानों के प्रति एकजुटता दिखाई तो कुछ दूसरे लोगों ने हमले पर जश्न भी मनाया।
श्वेत-नस्लवादी ब्रेन्टन टैरंट ने आख़िर क्यों 49 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया, जिन्हें वह जानता तक नहीं था? उसके दिमा में में उस वक़्त क्या चल रहा था?
पाकिस्तान के मंत्री फ़ैयाज़ुल हसन चौहान को हिंदू समुदाय के ख़िलाफ़ टिप्पणी करने की वजह से मंत्रिमंडल से हटा दिया है। चौहान ने हिंदुओं को गोमूत्र पीने वाला बताया था।
पाकिस्तान के आतंकवादी गुट जैश-ए-मुहम्मद ने एक प्रेस बयान जारी कर दावा किया है कि सरगना अज़हर मसूद अभी जिन्दा है। अज़हर के मारे जाने की ख़बरें भारतीय मीडिया में चल रही थी।
युद्ध के दौरान दुश्मन देश के सैनिकों और असैनिक नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार किया जाए, यह जनीवा कन्वेंशन के तहत बताया गया है। पर पाकिस्तान इसका उल्लंघन करता रहा है।