इटली कोरोना वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित है और शुक्रवार को वहां एक दिन में 627 लोगों की मौत हुई है। इटली में अब तक 4000 से ज़्यादा लोग इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं।
क्या आपको पता है कि चीन का एक शहर ऐसा है जहाँ आठ मार्च से कोरोना का कोई नया केस नहीं आया। यानी एक तरह से कहें तो उन्होंने इस वायरस के फैलने पर नियंत्रण पा लिया है। तो आख़िर उन्होंने कोरोना पर कैसे काबू पाया?
ब्रिटेन में कोरोना पर हुए शोध के नतीजों से परेशान ट्रंप प्रशासन ने जारी किए दिशा निर्देश। ब्रिटिश वैज्ञानिक ने अनुमान लगाया है कि कोरोना से अमेरिका में 22 लाख तक लोग मारे जा सकते हैं।
जो कोरोना वायरस अब तक लाइलाज है उसका जल्द ही इलाज संभव होने की उम्मीद है। वायरस होने के बाद की दवाइयों पर तो काम चल ही रहा है इसके साथ ही वायरस लगने से पहले लगाया जाने वाले टीका का मानव पर ट्रायल शुरू हो गया है।
कोरोना वायरस से विमान कंपनियों का कारोबार तेज़ी से गिरा है। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो उनका व्यापार इस हद तक गिर जाएगा कि दो महीने में यानी मई तक दुनिया भर की विमान कंपनियों का दिवाला निकल जाएगा।
कोरोना वायरस जब स्पेन सहित पूरी दुनिया को जकड़ रहा था और बचाव के रास्ते ढूंढे जा रहे थे तब स्पेन में ही इस वायरस को फैलने के लिए ज़मीन तैयार की जा रही थी।
कोरोना वायरस सबसे पहले चीनी शहर ऊहान में भले ही पाए गए हों, बहस इस पर छिड़ी हुई है कि यह कहाँ पैदा हुआ, चीन या अमेरिका? दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
दुनिया भर की तरह कनाडा में भी कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की पत्नी सोफी का कोरोना टेस्ट पॉजीटिव आया है।