डोनल्ड ट्रंप सुप्रीम कोर्ट में एमी कोनी बैरेट को न्यायाधीश बनाना चाहते हैं। वह कंज़रवेटिव हैं। अगर चुनावों में ट्रंप हारते हैं तो यह मामला कोर्ट में जा सकता है और तब पसंदीदा जज होने से फ़ैसले पर असर पड़ सकता है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ एक महीने का समय बचा है और वहाँ के एक बड़े प्रतिष्ठित अख़बार न्युयार्क टाइम्स ने डोनल्ड ट्रंप से जुड़ी एक धमाकेदार और सनसनीखेज ख़बर छाप कर सबको चौंका दिया है।
ऐसे समय जब इमरान ख़ान सरकार फ़ाइनेंशियल एक्शन टास्क फ़ोर्स की कार्रवाई से बचने के लिए आतंकवादियों पर दिखावे के लिए कार्रवाई कर रही है, एक खुलासा हुआ है जो पाकिस्तान को शर्मसार करने के लिए काफी है।
एक ताज़ा मामले में अमेरिका के विधि विभाग ने चीन के 5 नागरिकों पर मामले दर्ज किए हैं। उन पर 100 से अधिक अमेरिकी कंपनियों और संस्थानों के कंप्यूटर सिस्टम को हैक करने और उनके डेटा उड़ा लेने के आरोप हैं।
चीन ने भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों को निशाना बनाया है और लाखों लोगों के ख़ुफ़िया डेटा चुराए हैं। उसके निशाने पर समाज के हर वर्ग के लोग हैं, राजनेता से लेकर पॉप सिंगर और सेना प्रमुख से लेकर तस्कर तक।
अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडन हाल के दिनों में चुनावी फंडिंग पाने में ट्रंप से आगे निकल गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव फंडिंग क्या इशारा करती है?
मध्य-पूर्व ही नहीं, पूरी दुनिया को प्रभावित करने लायक एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में बहरीन ने इज़रायल को मान्यता दे दी है। दोनों के बीच एक शांति समझौता हुआ है, जिसके तहत दोनों एक दूसरे के यहां दूतावास खोलेंगे और सामान्य रिश्तों की शुरुआत करेंगे।
कोरोना टीका बनाने में सबसे आगे रही ऑक्सफोर्ड कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में दिक्कतें आ गई हैं। ट्रायल में भाग लेने वाले के गंभीर बीमार पड़ने पर ट्रायल को रोक दिया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन अभी ओपिनियन पोल में राष्ट्रपति ट्रम्प से आगे हैं, लेकिन हिंसक घटनाएँ इस चुनाव के नतीजों को मोड़ सकती हैं। विश्लेषकों का मानना है कि सड़कों पर हिंसा जितनी बढ़ती जाएगी, मतदाता ट्रम्प की वापसी के पक्ष में बढ़ते जाएँगे।
ब्रिटेन के दूसरे सबसे बड़े शहर बर्मिंघम में एक साथ कई जगहों पर छुरेबाजी की घटनाएं हुई हैं। स्थानीय पुलिस ने इस मामले की पुष्टि की है, पर इसमें घायलों की संख्या नहीं बताई है।
पिछले कुछ वर्षों में खाड़ी के इलाक़े में सहिष्णुता बढ़ी है। यह वह इलाक़ा है जिसकी सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक कट्टरता की वजह से काफी आलोचना होती रही है और यह इन देशों के नियम-क़ानूनों में भी दिखता है।
इस कार्टून को छापे जाने को लेकर ही 7 जनवरी, 2015 को शार्ली एब्दू के पेरिस स्थित दफ़्तर पर इसलामी चरमपंथी दो सगे भाइयों सईद और शरीफ़ कुआशी ने हमला कर दिया था।