कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में भाग लेने वाले ब्राज़ील के एक नागरिक की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है। हालाँकि अब एक मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मृतक व्यक्ति को अब तक ट्रायल वाली वैक्सीन नहीं लगाई गई थी।
यदि आप सोशल मीडिया पर अपनी तसवीर पोस्ट करते हैं तो सचेत हो जाइए। बिना आपकी जानकारी के आपकी अच्छी-ख़ासी तसवीरों की साफ़्टवेयर से नकली आपत्तिजनक तसवीर बनाई जा सकती है। ऐसे ही एक साफ़्टवेयर से 1 लाख से ज़्यादा महिलाएँ निशाना बनाई गई हैं।
पेरिस के एक उपनगर में पैगंबर मुहम्मद का कार्टून दिखाने के कारण इतिहास की एक शिक्षिका की गर्दन काट दी गई। वहाँ पहुँची पुलिस ने हमलावर पर गोलियाँ चलाईं, जिससे उसकी वहीं मौत हो गई। हमवलावर 18 साल का किशोर बताया जाता है।
म्यांमार को भारतीय नौसेना की एक पुरानी पनडुब्बी देने का एलान कर भारत ने सामरिक हलकों में सनसनी तो पैदा की ही है, पहली बार चीन का इस इलाक़े से पत्ता काटने की एक बड़ी सामरिक पहल को कामयाबी मिली है
यूरोप फिर से कोरोना की चपेट में है। यानी महाद्वीप में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो गई है। कई देशों में लॉकडाउन की तैयारी है, स्कूल, बार और रेस्तराँ फिर से बंद किए जा रहे हैं। क्या दुनिया भर के देशों के लिए यह सचेत होने वाली स्थिति नहीं है?
पठानों से भिड़कर पहले रुसी पस्त हुए और अब अमेरिकियों का दम फूल रहा है। अमेरिका अपनी जान छुड़ाने के लिए कहीं भारत को वहाँ न फँसा दे? अमेरिका तो चाहता है कि भारत अब चीन के ख़िलाफ़ भी मोर्चा खोल दे और एशिया में अमेरिका का पप्पू बन जाए।
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद बहत्तर घंटों में ही राष्ट्रपति ट्रंप न केवल अस्पताल से लौट गए बल्कि व्हाइट हाउस की बालकनी में आकर मास्क उतार कर खड़े रहे। उनका संदेश सीधा था- वो एक मज़बूत राष्ट्रपति हैं जो वायरस से डरे नहीं बल्कि लड़े।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का कोरोनाग्रस्त होना किस बात का सूचक है? कई बातों का है। इनमें से एक है- राष्ट्रपति के चुनाव में उनकी हार। इस हार पर उनके कोरोना ने पक्की मुहर लगा दी है।
एक कुशल और सफल कारोबारी होने का दम भरने वाले और उसे राष्ट्रपति पद की दावेदारी की सबसे बड़ी योग्यता के रूप में पेश करने वाले अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले दो वर्षों में हर साल मात्र 750 डॉलर आयकर भरा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन के बीच हुई पहली सीधी बहस में अगर कुछ याद रखा जाने लायक है तो वह राष्ट्रपति ट्रंप का बेदह बुरा रवैया।