पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान ने कहा है कि उनकी जान को खतरा है। अपनी हुकूमत के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से ठीक पहले इमरान ने पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल एआरवाई न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में यह बात कही है। इमरान ने कहा है कि वह खामोश नहीं बैठेंगे।
इमरान की कयादत वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई की हुकूमत के खिलाफ 3 अप्रैल को पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में वोटिंग होनी है। विपक्ष ने इमरान को बुरी तरह घेर लिया है और माना जा रहा है कि इमरान की हुकूमत का जाना अब तय है।
लेकिन इससे ठीक पहले इमरान खान ने उनकी हुकूमत को गिराने की साजिश में विदेशी ताकतों का हाथ होने और अब अपनी जान को खतरा बताकर सियासी दांव खेलने की कोशिश की है।
इमरान ने इंटरव्यू में कहा कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की साजिश बीते साल अगस्त में लंदन में शुरू की गई थी, कौन-कौन किससे मिला है, एजेंसियों के पास इसकी पूरी रिपोर्ट है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबसे ज्यादा नुकसान नवाज़ शरीफ ने पहुंचाया।
वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि विदेशी ताकतें पाकिस्तान की हुकूमत में ऐसे नेताओं को चाहती हैं जो उनके सामने हाथ फैलाए और हाथ जोड़े। इमरान ने कहा कि उनके सामने तीन विकल्प रखे गए थे, पहला- अविश्वास प्रस्ताव, दूसरा- जल्दी चुनाव और तीसरा- वज़ीर-ए-आज़म के पद से इस्तीफा। ऐसे में उन्होंने कहा कि चुनाव बेहतरीन तरीका है और वह इस्तीफा नहीं देंगे।
…आखिरी गेंद तक लड़ूंगा
खेलों की दुनिया में नाम कमाने के बाद सियासत में आने वाले इमरान ने इंटरव्यू में आगे कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव का मुकाबला करेंगे, आखिरी गेंद तक लड़ेंगे और पाकिस्तान की कौम अविश्वास प्रस्ताव के हक में वोट डालने वालों की शक्ल याद रखेगी। इमरान ने कहा कि वह कभी फौज के खिलाफ बात नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान की अवाम को बताना चाहते हैं कि उनकी जान को खतरा है। उन्होंने पाकिस्तान की अवाम से अपील की कि वह आने वाले चुनाव में उनकी पार्टी को बहुमत दे जिससे उन्हें समझौते न करने पड़ें।
कुछ दिन पहले यह ख़बर आई थी कि बाजवा ने इमरान को हुकूमत से हट जाने के लिए कहा लेकिन इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई ने इस तरह की ख़बरों को खारिज कर दिया था।
बुधवार को इमरान को बड़ा झटका तब लगा था जब पीटीआई के सहयोगी दल मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान ने उसका साथ छोड़ दिया था। विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट यानी पीडीएम ने इमरान को हुकूमत से हटाने के लिए पूरा जोर लगाया हुआ है और पाकिस्तान मुसलिम लीग (नवाज़) के नेता शहबाज़ शरीफ को वज़ीर-ए-आज़म पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है।
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