यूक्रेन के लविव क्षेत्र में यूक्रेन के पश्चिमी सैन्य अड्डे पर रूसी हमले में 35 लोग मारे गए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने लविव के गवर्नर के हवाले से यह ख़बर दी है। यूक्रेन के पश्चिमी सैन्य अड्डे पर हमला तब हुआ जब एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने चेताया था कि मास्को ने यूक्रेन को मिलने वाले सैन्य उपकरणों के विदेशी शिपमेंट को वैध लक्ष्य माना है। रूस का यह हमला उस क्षेत्र में हुआ है जो पोलैंड की सीमा से लगता हुआ है। इस तरह इस हमले ने युद्ध को पोलैंड के साथ लगती सीमा के क़रीब ला दिया है।
लविव क्षेत्र के गवर्नर मक्सिम कोज़ित्स्की ने कहा है कि रूसी सेना ने यवोरिव सैन्य रेंज में 30 से अधिक क्रूज मिसाइलें दागीं। यवोरिव लविव शहर के उत्तर-पश्चिम में 30 किलोमीटर दूर और पोलैंड के साथ यूक्रेन की सीमा से 35 किलोमीटर दूर है।
जैसे-जैसे रूसी सैनिक उत्तर, पश्चिम और उत्तर-पूर्व से यूक्रेन की राजधानी के क़रीब पहुँच रहे हैं, वैसे ही कीव के पूरी तरह से घिरने की आशंका बढ़ गई है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को दावा किया था कि रूस दशकों में हुए सबसे बड़े नुक़सान के बाद नए सैनिक भेज रहा है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए ज़ेलेंस्की ने रूस से युद्धविराम को बनाए रखने के लिए कहा ताकि मारियुपोल से निकासी सफलतापूर्वक की जा सके। ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि उन्होंने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से रूस पर मेलिटोपोल मेयर को रिहा करने का दबाव बनाने का आग्रह किया, जिन्हें रूसी सैनिकों ने शुक्रवार को अपहरण कर लिया था।
मारियुपोल पर रूसी सेनाओं द्वारा लगातार बमबारी जारी है। यूक्रेन का कहना है कि रणनीतिक बंदरगाह एक मानवीय तबाही का सामना कर रहा है और जिसमें 1,500 से अधिक नागरिक मारे गए हैं। सैकड़ों हजारों नागरिकों को निकालने के प्रयास बार-बार विफल रहे हैं।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि हाल ही में मारियुपोल में एक मसजिद पर रूसी सेना ने गोलीबारी की जहाँ शरण ले रहे 80 नागरिक मारे गए। उपग्रह तसवीरों में भी पूरे मारियुपोल में सरकारी बुनियादी ढांचे और आवासीय भवनों को व्यापक नुक़सान दिखता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में हमले बढ़ने पर भारत ने अपनी एम्बेसी पोलैंड शिफ्ट कर दी है।
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