चीन के जिस ऊहान शहर में सबसे पहले कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण देखे गए थे, वह अब सामान्य होने लगा है, वहाँ से लॉकडाउन हटाया जा रहा है और कुछ मेट्रो सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।
ऊहान की जीत!
तो क्या ऊहान से संक्रमण ख़त्म हो गया? यह सवाल इसलिए भी अहम है कि यह कहा जा रहा है कि ऊहान स्थित प्रयोगशाला से ही वायरस बाहर निकले। चीन पर आरोप लगता है कि उसने ऊहान की प्रयोगशाला में वायरस पैदा किया तो बीजिंग ने आरोप लगाया कि अमेरिकी सैनिकों ने ऊहान में वह वायरस छोड़ दिया।
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इससे कोई इनकार नहीं करता कि ऊहान से इस संक्रमण की शुरुआत हुई। यदि उस शहर ने कोरोना के ख़िलाफ़ जंग जीत ली है तो यह उम्मीद की किरण निश्चित तौर पर है।
दिसंबर से था लॉकडाउन
दिसंबर में वायरस संक्रमण के लक्षण दिखने के बाद दो महीने तक ऊहान में लॉकडाउन था, यानी वह पूरी दुनिया से कटा हुआ था। कोरोना संक्रमण लगभग 200 देशों में फैल चुका है।शनिवार को हाई स्पीड ट्रेन ऊहान पहुँची। समाचार एजेन्सी रॉयटर्स ने इस ट्रेन से ऊहान पहुँचने वाले गुओ लियांगकाई से बात की। लियांगकाई ने बताया कि किस तरह वे एक महीने के लिए बीजिंग गए थे, पर उन्हें वहां 3 महीने तक रुकना पड़ा। लियांगकाई ने कहा कि वे अपने परिवार के लोगों को देख कर बहुत खुश हैं।
सख़्ती से लॉकडाउन
लियांगकाई ने रॉयटर्स से कहा, 'हमारी इच्छा तो गले लग जाने की थी, पर यह ख़ास समय है और हम ऐसा या इस तरह का कोई काम नहीं कर सकते।'चीनी अधिकारियों ने लॉकडाउन लागू करने में बहुत ही सख़्ती बरती। बस और टैक्सी सेवाएं बंद कर दी गईं, ट्रेनें रोक दी गईं और परिवारों को घरों में बंद कर दिया गया, सिर्फ़ आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहने दी गईं।
उम्मीद की किरण!
ऊहान निवासी झांग युलुन ने रॉयटर्स से कहा, 'कामकाज का शुरू होना आशा की किरण दिखाता है। कम से कम इससे यह तो साफ़ है कि चीन ने कोरोना पर जीत हासिल कर ली।'चीन के दूसरे हिस्सों में भी कोरोना संक्रमण कम हो गया है, पर यह पूरी तरह ख़त्म नहीं हुआ है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को मेनलैंड चाइना यानी चीन के मुख्य इलाक़े से 54 नए कोरोना मामलों की पुष्टि की।
मेनलैंड चाइन में कोरोना संक्रमण के 81,394 मामले हैं। अब तक 3,295 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के कुल कोरोना मामलों के 60 प्रतिशत मामले ऊहान से हैं। पर बीते कुछ हफ़्तों में इसमें कमी आई है। ऊहान में संक्रमण का अंतिम मामला बुधवार को सामने आया था।
अमेरिका और यूरोप के कई देश कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं। चीन को इस बात का डर है कि वहाँ से लौट रहे प्रवासी चीनी स्वदेश में संक्रमण फैला सकते हैं। इसलिए चीन ने विदेशी नागरिकों के चीन प्रवेश पर रोक लगा दी है। वह नए वीज़ा भी जारी नहीं कर रहा है।
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