लिज़ ट्रस ही आख़िरकार ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनीं। उन्होंने आख़िरी और निर्णायक दौर में भारतीय मूल के ऋषि सुनाक को हरा दिया। इसके साथ ही ट्रस को सोमवार को गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी का नेता और ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया गया।
LIVE: Britain's next prime minister is announced following the Conservative ballot https://t.co/HyghhBySPR
— Reuters (@Reuters) September 5, 2022
इससे पहले सुनाक टोरी सांसदों के पांचवें और अंतिम मतदान के दौर तक आगे रहे थे। पाँचवें दौर के मतदान में सुनाक ने 137 मतों से जीत हासिल की थी, जबकि दूसरे स्थान पर रहीं ट्रस ने 113 सांसदों का समर्थन हासिल किया था। सुनाक इससे पहले चौथे दौर के मतदान में भी सबसे आगे रहे थे। चौथे दौर में सुनाक को 118 मत मिले थे, जबकि पेनी मोर्डौंट को 92, लिज़ ट्रस को 86 और केमी बडेनोच को 59 मत।
यही ऋषि सुनाक अब आख़िरी दौर में लिज़ ट्रस से हार गए। पहले भी रिपोर्ट आई थी कि उनके परिवार पर कर से जुड़े एक मामले में नाम आने के बाद सुनाक की लोकप्रियता फीकी पड़ गई थी। हालाँकि उनकी हार के और भी कई कारण बताए जाते हैं।
जुलाई महीने में एक कंजर्वेटिव पार्टी का सर्वे आया था। इन्हीं कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के वोट से जीत हार तय होनी थी और प्रधानमंत्री पद के व्यक्ति के नाम पर मुहर लगानी थी।
इस सर्वे में टोरी पार्टी के 851 सदस्यों ने कंजर्वेटिव होम पोल में अपना मत दिया। बैडेनोच को 31% सदस्यों ने पसंद किया और इस तरह उन्हें दूसरे उम्मीदवारों पर 11 अंकों की बढ़त मिली। मौजूदा विदेश सचिव लिज़ ट्रस 20% के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। मोर्डौंट 18% के साथ तीसरे और ऋषि सुनाक 17% के साथ चौथे स्थान पर रहे। जबकि विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष टॉम तुगेंदत पांचवें स्थान पर थे। हालाँकि, इस वोटिंग से पहले पाँचवें दौर की कंजर्वेटिव सांसदों की वोटिंग में ही मोर्डौंट बाहर हो गए थे लिज़ ट्रस दो उम्मीदवारों में शामिल हो गई थीं।
तब यह भी ख़बर आई थी कि कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और कार्यकारी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कथित तौर पर पार्टी के लोगों से ऋषि सुनाक के ख़िलाफ़ वोट करने के लिए कहा था। 'द टाइम्स' अख़बार ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी थी कि जॉनसन ने टोरी नेतृत्व के उम्मीदवारों को सुनाक का समर्थन नहीं करने का आग्रह किया।
ऋषि सुनाक भारतीय मूल के हैं लेकिन उनके माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से यूके आए थे। उनके माता पिता दोनों भारतीय मूल के हैं। उनके दादा-दादी पंजाब से थे। ऋषि का जन्म 1980 में साउथम्प्टन में हुआ था। सुनाक यूके में पैदा हुई पीढ़ी से हैं, लेकिन वह मूल रूप से कहीं और से हैं, और उनका कहना है कि यह पहचान उनके लिए मायने रखती है। उन्होंने 2019 में बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा था, 'मेरे माता-पिता यहाँ आकर बस गए हैं, इसलिए आपके पास इस पीढ़ी के लोग हैं जो यहां पैदा हुए हैं, उनके माता-पिता यहां पैदा नहीं हुए हैं और वे इस देश में जीवन-यापन करने आए हैं।'
वह एक निजी स्कूल विनचेस्टर कॉलेज में पढ़े और अपनी गर्मी की छुट्टियों के दौरान साउथम्प्टन में एक करी हाउस में वेटर के रूप में काम किया। इसके बाद वे ऑक्सफोर्ड पढ़ने चले गए थे। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए की पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात भारतीय अरबपति और आईटी सेवाओं की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई। दोनों ने शादी कर ली और दंपति की दो बेटियाँ हैं।
लिज़ ट्रस ऐसे समय में ब्रिटेन की सत्ता संभाल रही हैं जब देश को महंगाई का संकट, औद्योगिक अस्थिरता और मंदी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रस ने पहले ही वादा किया था कि वह महंगाई को कम करेंगी।
बता दें कि बोरिस जॉनसन के इस्तीफ़े के बाद लिज़ ट्रस ब्रिटेन की नयी प्रधानमंत्री बनाई जा रही हैं। बोरिस जॉनसन की कैबिनेट के कई मंत्रियों, सांसदों ने इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद उन्हें भी पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
जॉनसन की मुश्किलें तब बढ़नी शुरू हुई थीं जब उन्होंने यौन दुराचार के एक मामले में आरोपी होने के बाद भी सांसद क्रिस पिंचर को सरकार में अहम ओहदा दिया था। 2019 में बोरिस जॉनसन ने पिंचर को विदेश कार्यालय का मंत्री बनाया था और इस साल फरवरी में उन्हें डिप्टी चीफ व्हिप बनाया गया था।
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