इस्लामाबाद पुलिस इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए रविवार को लाहौर में जमान पार्क स्थित उनके आवास पर इंतज़ार करती रही और इमरान अपने समर्थकों को संबोधित करते रहे। हालाँकि पुलिस ने कहा है कि वह गिरफ़्तारी के लिए मौजूद नहीं थे, जबकि इमरान ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा। पाकिस्तान के प्रमुख अख़बार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इमरान ने मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और आईएसआई प्रमुख पर आरोप लगाया कि वे उन्हें रास्ते से हटाना चाहते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई समर्थकों की भीड़ को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा कि वह कभी भी 'किसी व्यक्ति या संस्था के सामने नहीं झुके हैं, और आपको भी कभी ऐसा नहीं करने देंगे'।
इमरान ने समर्थकों से कहा कि जिस तरह से उन्होंने 'जेल भरो तहरीक' में भाग लिया, उसके लिए उन्हें सम्मान देने के लिए उन्होंने जमान पार्क में जनता को बुलाया था। उन्होंने कहा, 'मैंने आपको अपने समर्थन के लिए नहीं बल्कि आपको धन्यवाद देने के लिए बुलाया है।' उन्होंने कहा कि 'एक समूह नहीं बल्कि केवल एक राष्ट्र' देश के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकता है।
सरकार के कामकाज की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश के लिए 'सबसे ख़राब समय' है क्योंकि अर्थव्यवस्था 'डूब' गई है और लोग 'पाकिस्तान के इतिहास में रिकॉर्ड ऊंची मुद्रास्फीति' से रौंदे जा रहे हैं। उन्होंने सरकार में शामिल नेताओं पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी संपत्ति विदेशों में जमा कर रखी है और पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) कमर जावेद बाजवा ने उन्हें कानूनी मामलों में संरक्षण दिया है।
इमरान खान पर पिछले साल नवंबर महीने में रैली के दौरान हमला हुआ था। हमले में इमरान खान और उनके कुछ करीबी घायल हो गए थे और एक शख्स की मौत हो गई थी।
फायरिंग की वह घटना वजीराबाद में हुई थी। इमरान उन दिनों लाहौर से इस्लामाबाद तक हकीकी आजादी मार्च निकाल रहे थे। तब उन्होंने उन पर हुए हमले के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के महानिदेशक मेजर जनरल फैसल नसीर का नाम लिया था।
बहरहाल, इस्लामाबाद पुलिस की टीम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए रविवार को लाहौर में पीटीआई के अध्यक्ष के जमान पार्क स्थित आवास पर पहुंची। तोशखाना मामले में अदालती सुनवाई से लगातार गैरहाजिर रहने के लिए उनके लिए गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। इस बीच इमरान समर्थक वहां भारी तादाद में जा पहुंचे।
इस बीच, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि इमरान को अदालत के आदेश पर गिरफ्तार किया जा रहा है न कि सरकार के आदेश पर।
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