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दुबई ने अपनी राजकुमारी के बदले भारत को सौंपा मिशेल?

अगस्ता-वेस्टलैंड मामले के कथित बिचौलिए क्रिश्चन मिशेल को भारत लाना क्या वाक़ई दिल्ली की कूटनीतिक जीत है? सरकार तो यही दावा कर रही है। पर इस बात के संकेत हैं कि उन्हें हासिल करने के बदले भारत ने संयुक्त अरब अमीरात की राजकुमारी लतीफ़ा को अमीरात को सौंप दिया था।
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मिशेल पर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत दे-दिला कर अगस्ता वेस्टलैंड को 3,600 करोड़ रुपए मूल्य के 10 हेलिकॉप्टर का ठेका भारत से दिलवाया था। उन्होंने तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एस.पी. त्यागी से मिल कर हेलिकॉप्टर की उड़ने की ऊंचाई क्षमता को 6,000 मीटर से 4,500 मीटर करवा दिया था। यह आरोप लगा कि हेलिकॉप्टर बनाने वाली इस कंपनी ने ठेका दिलवाने के लिए मिशेल को 4.20 करोड़ यूरो यानी तक़रीबन 295 करोड़ रुपए दिए थे। मामले की जाँच कर रही केंद्रीय जाँच ब्यूरो के कहने पर इंटरपोल ने साल 2015 में मिशेल के ख़िलाफ़ रेड अलर्ट नोटिस जारी कर दिया। साल 2017 में दुबई गए मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात की पुलिस ने गिरफ़्तार तो कर लिया, पर भारत को सौंपने से साफ़ इनकार कर दिया। उसका तर्क था कि मिशेल ब्रिटिश नागरिक हैं और वह ऐसे में उन्हें किसी और देश को नहीं सौंप सकता। लेकिन बाद में कुछ दिलचस्प घटनाएँ हुईं, जिनका इस मामले से सीधा कोई संपर्क नहीं दिखता है। पर उसके गहरे मतलब हैं। नीचे जानिए, क्या हुआ।

दुबई की राजकुमारी 

इस साल अमीरात के शाह शेख़ मोहम्मद बिन राशिद अल मख़्तूम की बेटी लतीफ़ा बिन्त अल मख़्तूम अपने घर से भागीं और बग़ैर किसी को बताए देश से निकल गईं। उनके साथ उनकी एक सहेली भी थी। इसके पहले उन्होंने बीबीसी की एक डॉक्युमेंट्री में विस्तार से बताया था कि किस तरह उनके पिता उन्हें प्रताड़ित करते हैं और वे बेहद दुखी हैं। 

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सयुंक्त अरब अमीरात की राजकुमारी लतीफा अपने घर से भागी थीं जिन्हें भारत ने उनके पिता को सौंप दिया।

गोवा के पास पकड़ी गईं

राजकुमारी लतीफ़ा दुबई से ओमान गईं और वहाँ से भारत की ओर रुख किया ताकि वे अमरीका जा कर शरण माँग सकें। वे यूएस नॉस्ट्रम नामक जहाज़ पर सवार थीं।

पर भारत पहुँचने से पहले ही गोवा से करीब 50 किलोमीटर दूर भारतीय तटरक्षक बल ने उस जहाज़ को रोका। राजकुमारी लतीफ़ा को भारत लाया गया। भारत ने उन्हें अमीरात को सौंप दिया।क्या दोनों घटनाओं में कोई संपर्क है?  भारत का कहना है कि उसने दुबई को उसकी राजकुमारी लौटा दी। पर जानकारों का कहना है कि अमीरात ने घर से भागी राजुकमारी के बदले मिशेल भारत को सौंपा है। यह एक तरह का सौदा था। केंद्रीय जाँच ब्यूरो ने सिर्फ़ इतना कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इस मामले में ‘रास्ता दिखलाया’ है। समझा जाता है कि उन्होंने ही अपने संपर्कों का इस्तेमाल कर अमीरात से यह सौदा किया है कि राजकुमारी उन्हें सौंप दी जाए और उसके बदले वह भारत को मिशेल दे दे। सुषमा स्वराज दुबई गईं और उसके बाद रातोंरात विशेष विमान से क्रिश्चन मिशेल भारत लाए गए। उसके अगले ही दिन राजस्थान में जनसभा में नरेंद्र मोदी ने इसका श्रेय लेते हुए कहा कि ज़ल्द ही सोनिया गाँधी और कांग्रेस अध्यक्ष  राहुल गाँधी अगस्ता-वेस्टलैंड मामले में जेल जाएँगे। 

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क़मर वहीद नक़वी
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