भारतीय अरबपति गौतम अडानी के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। लेकिन ये शिकायतें उनकी कोयला यूनिट में मानवाधिकार हनन और नस्लवाद को लेकर हैं। क्वींसलैंड राज्य में नागाना यारबायन वांगन और जगलिंगौ सांस्कृतिक संरक्षकों ने कहा कि उसने इस सप्ताह की शुरुआत में अडानी की कोयला यूनिट, ब्रावस माइनिंग एंड रिसोर्सेज पर गंभीर नस्लीय भेदभाव का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। गौतम अडानी पर यूएस में महा रिश्वतखोरी के आरोप का अभियोग दर्ज किया गया है।
नागाना यारबायन के वरिष्ठ सांस्कृतिक संरक्षक, एड्रियन बुरागुब्बा ने बयान में कहा, "हम वर्षों से अडानी की कंपनी से भेदभाव और तिरस्कार सह रहे है, और हम इसे अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।" बता दें कि भारत में 2014 में मोदी राज आने के बाद से ही अडानी ने यहां पंख फैलाने शुरू किए थे।
उन्होंने कहा, "हमारे वकीलों ने पिछले साल तमाम चिंता जताते हुए नोटिस भेजा था। लेकिन अडानी कंपनी ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद से अडानी को उनके आचरण के बारे में नोटिस दिया गया है। कानूनी सहारा ही हमारा एकमात्र जवाब है।" ब्रावस के एक प्रवक्ता ने समूह के आरोपों को "पूरी तरह से खारिज" करते हुए कहा कि यह ब्रावस को कहानी का अपना पक्ष बताने और "उनके और उनके 'फैमिली काउंसिल' के सदस्यों के साथ हमारी बातचीत के बारे में जनता के साथ तथ्य साझा करने से रोकने का एक प्रयास था।"
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