- चीन ने ताइवान के चारों तरफ मिलिट्री ड्रिल शुरू कर दिया है। इससे ताइवान के पोर्ट और शहरी क्षेत्र निशाने पर आ गए हैं। कई अभ्यास क्षेत्र ताइवान के तट से महज बीस किलोमीटर की दूरी पर हैं।
- ताइवान का आरोप है कि 20 से अधिक चीनी सैन्य विमानों ने मंगलवार देर रात को ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में उड़ान भरी। जैसे ही यूएस हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी का विमान ताइवान में उतरा, चीन के फाइटर विमान ताइवान की सीमा में घुस गए। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। जबकि ताइवान का दावा है कि वो एक स्वतंत्र द्वीप है।
- ताइवान पहुंची अमेरिकी स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ताइवान के राष्ट्रपति से साइ इंग वेन से मुलाकात की। पेलोसी ने उन्हें भरोसा दिया कि अमेरिका ताइवान के साथ है। हम यहां अमेरिका-ताइवान दोस्ती के तहत आए हैं।
- रूस और उत्तरी कोरिया ने खुलकर चीन का समर्थन किया है। इसके अलावा क्यूबा, निकारागुआ, बेलारूस, वेनेन्यूजुला, मकाऊ जैसे छोटे देशों से भी चीन को समर्थन मिला है। रूस और उत्तर कोरिया ने अलग-अलग बयान में कहा है कि अमेरिका उकसावे की कार्रवाई कर रहा है।
- जापान ने ताइवान के जल क्षेत्र में चीन के सैन्य अभ्यास पर चिन्ता जताई है।
- चीन ने ताइवान पर व्यापारिक प्रतिबंध लगाना शुरू किए।
- ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर एक बयान में कहा: 21 पीएलए विमानों ने 2 अगस्त, 2022 को #ताइवान के दक्षिण-पश्चिम एडीआईजेड में प्रवेश किया।
अमेरिका में स्पीकर पद तीसरा टॉप पद है। पिछले 25 वर्षों में ताइवान की यात्रा करने वाली वो दूसरी सबसे बड़ी अमेरिकी हस्ती हैं। लेकिन बीजिंग ने स्पष्ट कर दिया है कि वह उनकी उपस्थिति को एक उकसावे के रूप में देखता है।
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चीन की सेना "हाई अलर्ट" पर है और इस यात्रा के जवाब में हम टारगेटेड सैन्य कार्रवाई शुरू करेंगे।
-पीएलए (चीन की सेना) का बयान
पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ एक कॉल में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वॉशिंगटन को ताइवान पर "आग से खेलने" के खिलाफ चेतावनी दी थी। अमेरिका ने इस चेतावनी को नजरन्दाज कर दिया। व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि पेलोसी जहां चाहें वहां जाने की हकदार थीं।
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