ऋषि सुनाक आज आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिए गए। किंग चार्ल्स तृतीय द्वारा सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद ऋषि सुनाक मंगलवार को भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन गए। इसके बाद उन्होंने अपने पहले संबोधन में कहा है कि उन्हें अपने पूर्ववर्ती लिज़ ट्रस द्वारा की गई ग़लतियों को ठीक करने के लिए नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने चेताया है कि देश को गंभीर आर्थिक संकट से उबरने के लिए कड़े फ़ैसलों का सामना करना पड़ सकता है।
लिज़ ट्रस के इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स तृतीय सुनाक से मिले। किंग चार्ल्स द्वितीय के साथ मुलाक़ात के एक घंटे के भीतर ही उन्होंने काम शुरू भी कर दिया। उन्होंने वादा किया था कि काम तुरंत शुरू हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने अपने नए मंत्रिमंडल की घोषणा से पहले लिज़ ट्रस के मंत्रियों को इस्तीफे के लिए कहा है। रिपोर्ट है कि अब तक तीन मंत्रियों को पद छोड़ने के लिए कहा जा चुका है। रिपोर्ट है कि इनमें व्यापार सचिव जैकब रीस-मोग, न्याय सचिव ब्रैंडन लुईस और विकास मंत्री विक्की फोर्ड शामिल हैं। संकेत मिलता है कि जेरेमी हंट, जिन्होंने क्वासी क्वार्टेंग की जगह ली है, वित्त मंत्री के रूप में बने रहेंगे।
10 डाउनिंग स्ट्रीट पर अपने संबोधन में ब्रिटिश पीएम सुनाक ने कहा कि अपनी ज़रूरतों को राजनीति से ऊपर रखकर हम साथ मिलकर अविश्वसनीय चीजें हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार हर स्तर पर ईमानदारी, पेशेवर तौर-तरीक़े और जवाबदेही के बारे में होगी। उन्होंने कहा कि विश्वास जीता जाता है और मैं ब्रिटेन की जनता का विश्वास जीतूँगा।
निवेश बैंकर से राजनेता बने 42 वर्षीय सुनाक एक पंजाबी खत्री परिवार से आते हैं और उनके दादा भारत को आज़ादी मिलने से पहले गुजरांवाला से अफ्रीका चले गए थे। गुजरांवाला अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है। बाद में सुनाक के पिता यूके चले गए थे। सुनाक का जन्म ब्रिटेन में ही हुआ। यही सुनाक अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनाक को बधाई दी और कहा कि वह भारत-ब्रिटेन संबंधों को एक आधुनिक साझेदारी में बदलने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। सुनाक के ससुर और इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने उनकी सफलता की कामना की। सुनाक की शादी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई है।
ऋषि सुनाक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री तो बन गए हैं लेकिन उनके सामने चुनौतियों का अंबार लगा हुआ है। ऋषि सुनाक के लिए लगभग ध्वस्त हो चुकी ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना आसान नहीं होगा।
ब्रिटेन में महंगाई पिछले 40 सालों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है और सरकार के लिए इस चुनौती से पार पाना मुश्किल हो रहा है। डॉलर के मुकाबले पाउंड लगातार गिरता जा रहा है।
सुनाक के सामने आर्थिक मोर्चे के साथ ही राजनीतिक चुनौतियां भी हैं। पिछले कुछ महीनों में कंजरवेटिव पार्टी को लगातार अपने नेता बदलने पड़े हैं। इस साल जुलाई में पहले बोरिस जॉनसन की विदाई हो गई थी और उसके बाद लिज ट्रस प्रधानमंत्री बनी थीं लेकिन उनका कार्यकाल सिर्फ 44 दिन का ही रहा। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर फेल होने के बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा।
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