अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान में अफ़ग़ान राजदूत नजीबुल्लाह अलीखील की बेटी को इसलामाबाद से अगवा कर लिया गया और प्रताड़ित किया गया। एक बयान में कहा गया है कि अपहरणकर्ताओं की कैद से छूटने के बाद नजीबुल्लाह की बेटी सिलसिला अलीखील को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बयान में पाकिस्तान सरकार से आग्रह किया गया है कि वह इस मामले की जाँच कराए और अफ़ग़ान कूटनीतिज्ञों को सुरक्षा प्रदान करे। मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि सिलसिला अलीखील के साथ हुई इस घटना के बाद भारत ने वहाँ अपने राजनयिकों और उनके परिजनों को सतर्क रहने को कहा है।
इसलामाबाद में यह घटनाक्रम शुक्रवार को हुआ। इस बारे में अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बयान जारी किया।
— Ministry of Foreign Affairs - Afghanistan 🇦🇫 (@mfa_afghanistan) July 17, 2021
उस बयान में कहा गया है कि नजीबुल्लाह अलीखील की बेटी सिलसिला अलीखील का 16 जुलाई को इसलामाबाद स्थित उनके घर लौटने के दौरान अपहरण कर लिया गया। बयान में कहा गया कि अपहरणकर्ताओं ने सिलसिला को घंटों बंधक बनाए रखा और उनको बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया और बाद में उसे जाने दिया। अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है।
इस पूरे घटनाक्रम पर अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने भी पाकिस्तान सरकार से इस मामले में जाँच करने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत की बेटी का अपहरण और प्रताड़ना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मैं पाकिस्तान सरकार से अत्याचार की जाँच करने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करता हूँ।'
The kidnapping and torture of the daughter of Afghanistan's ambassador to Pakistan is unfortunate and condemnable. I call on the Government of Pakistan to investigate the atrocity and bring the perpetrators to justice.
— Hamid Karzai (@KarzaiH) July 17, 2021
इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान चाहते हैं कि इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और दोषियों को 48 घंटे के भीतर पकड़ लिया जाए।
बता दें कि पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच संबंध हाल के समय में कुछ ज़्यादा ही ख़राब हो गए हैं। ऐसा इसलिए कि जब अमेरिकी फौजें अफ़ग़ानिस्तान से वापस लौट रही हैं तब तालिबान अपना कब्जा बढ़ाते जा रहे हैं और अफ़ग़ान सरकार का मानना है कि पाकिस्तान तालिबान का सहयोग कर रहा है।
अपनी राय बतायें