कोरोना वायरस को लेकर देश और दुनिया भर में दहशत चरम पर है और इसी बीच एक और वायरस ने अपनी दस्तक दी है। इस वायरस का नाम हंता वायरस बताया गया है। वैसे, यह वायरस पुराना है और इसका जिक्र भी उसी देश से शुरू हुआ है, जहां से कोरोना वायरस निकला है।
मंगलवार को अचानक जब ट्विटर और फ़ेसबुक पर हंता वायरस की चर्चा शुरू हुई तो पहले से ही खौफ़जदा लोगों के चेहरे पर चिंता की लकीरें और गहरी हो गईं। चीनी मीडिया ने ट्वीट किया कि हंता वायरस से उनके देश में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पता चला है कि यह वायरस पहले भी चीन और अमेरिका के लोगों को संक्रमित करता रहा है।
चीनी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने मंगलवार को ट्वीट किया कि यूनान प्रांत के रहने वाले एक व्यक्ति का हंता वायरस का टेस्ट पॉजिटिव आया था और बस में यात्रा के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद बस में सवार 32 लोगों की जांच की गई।
A person from Yunnan Province died while on his way back to Shandong Province for work on a chartered bus on Monday. He was tested positive for #hantavirus. Other 32 people on bus were tested. pic.twitter.com/SXzBpWmHvW
— Global Times (@globaltimesnews) March 24, 2020
सेंटर फ़ॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने कहा है कि यह वायरस चूहों से फैलता है। सीडीसी के मुताबिक़, जब चूहों का मल या मूत्र हवा में फैल जाता है तो लोग ऐसी हवा में सांस लेने के कारण इस वायरस से संक्रमित हो जाते हैं। अमेरिका में नवंबर, 2012 में हंता वायरस के 10 मामले सामने आये थे। 2017 में भी अमेरिका में सात राज्यों में 17 लोग इस वायरस से संक्रमित हो गये थे।
संक्रमित व्यक्ति के लक्षण
अगर कोई व्यक्ति हंता वायरस से संक्रमित होता है, तो उसे संक्रमण के बाद एक से पांच सप्ताह तक शारीरिक कमजोरी महसूस होती है। इसके अलावा उस व्यक्ति को बुखार, मांसपेशियों में दर्द और थकान का भी अनुभव होता है। कुछ दिनों के बाद सांस लेने में परेशानी, सिर में दर्द, चक्कर आना, उल्टी-दस्त और पेट में दर्द की शिकायत होती है। हालांकि इसमें नाक नहीं बहती और गले में ख़राश नहीं होती। इस वायरस से बचने के लिये लोगों को अपने घरों में चूहों को नहीं आने देना चाहिए।
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