बीजेपी के मौजूदा उपाध्यक्ष और पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ कोलकाता में धक्कामुक्की की गई, तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हुई झड़प में एक बीजेपी कार्यकर्ता को सिर पर चोट लगी है।
कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव के प्रचार का अंतिम दिन सोमवार था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहाँ से चुनाव लड़ रही हैं। दिलीप घोष वहाँ बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरीवाल के लिए प्रचार करने गए हुए थे।
दिलीप घोष एक रैली की अगुआई करते हुए जब जदू बाबू बाज़ार पहुँचे तो कुछ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके ख़िलाफ़ नारेबाजी की।इस पर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में झड़प हुई और वे आपस में भिड़ गए। इस मारपीट में एक बीजेपी कार्यकर्ता के सिर में चोट लगी।
क्या कहना है दिलीप घोष का?
दिलीप घोष ने पत्रकारों से कहा, "तृणमूल कांग्रेस भवानीपुर से चुनाव हार रही है, इसलिए ही उसके लोगों ने मुझ पर हमला किया। लेकिन इस तरह चुनाव नहीं लड़ा जाता है।"1.1 How safe is the life of the common man in this state when public representative is being attacked in Bhabanipur, the home turf of Madam Chief Minister ? pic.twitter.com/bgU2DLqEiu
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) September 27, 2021
टीएमसी का आरोप
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी पर इलाक़े में अशांति फैलाने और गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि दिलीप घोष की सुरक्षा में लगे लोगों ने तृणमूल कांग्रेस के लोगों को बंदूक दिखा कर धमकाया।
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने आरोप लगाया है कि चुनाव प्रचार करने गए दिलीप घोष को 'धक्का दिया गया, लात मारा गया और धक्कामुक्की की गई।'
'इंडियन एक्सप्रेस' का कहना है कि जब दोनों दलों में धक्कामुक्की होने लगी तो दिलीप घोष के सुरक्षा कर्मियों ने बंदूकें निकाल लीं और टीएमसी समर्थकों पर तान दीं। स्थिति बिगड़ी देख घोष वहाँ से चले गए।
बाद में उन्हें पास के सरकारी अस्पताल एसएसकेएम ले जाया गया।
दिलीप घोष ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, "इन स्थितियों में उपचुनाव कैसे कराए जाएंगे? क्या यहां लोकतंत्र है? मैं चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करूँगा।"
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