टीएमसी में ममता बनर्जी ही सर्वेसर्वा हैं। ऐसे में अभिषेक बनर्जी का ममता की रजामंदी के बिना पार्टी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति को लागू कर पाना आसान नहीं होगा।
संसद में बहुत गंभीरता से अपनी बात रखने वाली टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के हवाले से आज शाम को संसद में बीजेपी को जमकर धोया। पढ़िए पूरा भाषण कि और क्या कहा।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को देशभर में किसानों ने विश्वासघात दिवस मनाया। मोर्चा ने कहा है कि वो 3 फरवरी को मिशन यूपी के अगले चरण की घोषणा करेगा। हम बीजेपी को हराए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। जानिए एसकेएम ने और क्या कहा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने राज्यपाल धनखड़ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राज्यपाल लगातार राज्य सरकार पर छींटाकशी कर रहे थे। इस पर ममता बनर्जी ने उन्हें ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया। जानिए पूरी कहानी।
कई गैर बीजेपी शासित राज्यों की झांकियां इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं किए जाने पर बड़ा मुद्दा बन गया है। स्टालिन ने कहा है कि वो तमिलनाडु की झांकी को अब राज्यस्तरीय परेड में शामिल करेंगे और पूरे प्रदेश में घुमाएंगे। जानिए पूरी कहानी।
यूपी चुनाव में बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ सपा के लिए प्रचार करने आ रही है। अखिलेश यादव के लिए यह बड़ा समर्थन होगा, क्योंकि ममता यूपी में भी कापी लोकप्रिय हैं। पढ़िए पूरी खबर।
एलोन मस्क की इलेक्टिरक कार कंपनी टेस्ला को निवेश के लिए बुलाने को हर राज्य सक्रिय हो गए हैं। एलोन मस्क ने भारत में कंपनी खोलने में मिल रही चुनौतियों का जिक्र आज ट्वीट में किया, इसके बाद तमाम राज्य सक्रिय हो गए। जानिए पूरी खबर।
कोलकाता उच्च न्यायालय ने राज्य के निर्वाचन आयोग से कहा था कि वह इस बात को देखे कि कोरोना के कारण बन रहे हालात को देखते हुए क्या इन चुनावों को कुछ हफ्ते के लिए टाला जा सकता है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी में संगठन में हुई नियुक्तियों को लेकर नेताओं की नाराजगी दूर नहीं हो रही है। कहा जा रहा है कि मतुआ समुदाय के कुछ नेता पार्टी छोड़ सकते हैं।
गुवाहाटी बिकानेर एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में कई लोगों की जानें गई हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। जानिए क्या हैं हालात और अधिकारियों ने क्या कहा।
कोरोना संक्रमण व ओमिक्रॉन के मद्देनज़र हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है। इसके अलावा कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। जानिए क्या कदम उठाए गए।
मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी को विदेशी चंदे के रूप में कितने पैसे मिले हैं? वह उनका क्या करती है? लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आखिर सरकार की मंशा क्या है?