अपने मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के दो दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गलत काम का समर्थन वो नहीं कर सकतीं लेकिन साथ ही यह भी कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का सहारा लेकर बीजेपी हमारी पार्टी को तोड़ नहीं सकती।
ममता बनर्जी आख़िर चाहती क्या हैं? एक तरफ़ जब वह 2024 के चुनाव के लिए विपक्षी दलों को साथ आने को कह रही हैं तो उप राष्ट्रपति चुनाव से अपनी पार्टी को दूर क्यों कर रही हैं?
भारत में हाल में जिस तरह के घटनाक्रम चल रहे हैं उसको लेकर बुद्धिजीवी आगाह करते रहे हैं। अब नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने देश में ऐसे ही ख़तरनाक स्थिति की ओर इशारा किया है।
हावड़ा में बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इनके बयानों के बाद हुई हिंसा को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर ममता बनर्जी ने हमला बोला है।
कोलकाता में लाइव शो के दौरान ही केके की तबीयत बिगड़ने और फिर बाद में मौत होने के मामले में क्यों सवाल उठ रहे हैं? क्यों कार्यक्रम के इंतज़ाम संदेह के घेरे में है?