loader

हिन्दी फ़िल्मों के सुपर स्टार रहे मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में 

हिन्दी फ़िल्मों के सुपर स्टार रहे मिथुन चक्रवर्ती रविवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें बीते कुछ समय से लगाई जा रही थीं। पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसके संकेत भी दिए थे। लेकिन रविवार को इस अभिनेता ने औपाचारिक रूप से बीजेपी का हाथ थाम ही लिया। 

पश्चिम बंगाल बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह जानकारी देते हुए कहा है, "अभिनेता महागुरू मिथुन चक्रवर्ती ब्रिगेड परेड ग्राउंड की सभा में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।" 

'अल्ट्रा लेफ़्ट' से 'अल्ट्रा राइट' कैसे?

अपनी पहली ही फ़िल्म 'मृगया' से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीतने वाले मिथुन चक्रवर्ती के बारे में शुरुआती दिनों में कहा जाता था कि वे नक्सली हैं। हालांकि इसका कोई सबूत कभी सामने नहीं आया, पर मिथुन 'अल्ट्रा लेफ़्ट' माने जाते थे। यह चौंकाने वाली बात है कि किसी जमाने में 'अल्ट्रा लेफ़्ट' माने जाने वाले मिथुन 'अल्ट्रा राइट' माने जाने वाली बीजेपी में कैसे और क्यों शामिल हो गए। 
ख़ास ख़बरें

टीएमसी के सांसद थे मिथुन

मिथुन चक्रवर्ती इसके पहले भी राजनीति की सक्रिय पारी खेल चुके हैं। वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे और पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया था। लेकिन जब सारदा चिटफंड घोटाले में उनका नाम उछला तो उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफ़ा दे दिया था। 

मिथुन चक्रवर्ती सारदा समूह के एक टेलीविजन चैनल के लिए ब्रांड अम्बेसेडर बन गए थे, उसके लिए उन्हें 1.20 करोड़ रुपए दिए जाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी एनफ़ोर्समेंट डाइरेक्टरेट ने उनसे पूछताछ की थी। उन्होंने वह रकम ईडी को दे दी और राज्यसभा से इस्तीफ़ा दे दिया।

अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या मिथुन चक्रवर्ती पर किसी तरह का दबाव था? इसके पहले मुकुल राय भी तृणमूल कांग्रेस में थे, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद क़रीबी थे। लेकिन सारदा चिटफ़ंड घोटाले में उनका भी नाम आया था, उनसे पूछताछ हुई थी, उन्हें हिरासत में भी रखा गया था। बाद में उन्होंने टीएमसी से इस्तीफ़ा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। 

mithun chakraborty join BJP, west bengal bjp announces - Satya Hindi

ब्रिगेड की रैली में एलान

रविवार को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर आयोजित रैली में मंच पर ही मिथुन के पार्टी में शामिल होने का एलान किया गया। मिथुन ने राज्य बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष, राज्य के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली। 
रविवार की सुबह तकरीबन 12 बजे मिथुन चक्रवर्ती जब काला चश्मा और काली टोपी पहने मंच पर पहुँचे तो बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश आ गया। मिथुन को मंच पर कैलाश विजयवर्गीय के बगल में बैठाया गया। बीजेपी नेताओं ने चक्रवर्ती को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया। इसके बाद 70 वर्षीय अभिनेता ने पार्टी का झंडा हाथों में लेकर लहराया। भीड़ ने 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारों के साथ मिथुन का स्वागत किया। 
पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को कोलकाता स्थित बेलगछिया इलाक़े स्थित मिथुन चक्रवर्ती के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। विजयवर्गीय ने लिखा था, "अभी देर रात कोलकाता के बेलगछिया में सिनेमा जगत के मशहूर अभिनेता मिथुन दा के साथ लम्बी चर्चा हुई। उनकी राष्ट्र भक्ति और ग़रीबों के प्रति प्रेम की कहानियाँ सुनकर मन गद-गद हो गया।"

'मैं हूँ कोबरा'

मिथुन चक्रवर्ती ने मंच से भीड़ को संबोधित करते हुए अपनी एक फ़िल्म का डायलॉग सुनाया। उन्होंने बांग्ला फ़िल्म 'एमएलए फ़ाटाकेश्टो' का डायलॉग सुनाया, "मारबो एखाने, लाश पोड़बे शसाने" (मारूँगा यहां, लाश गिरेगी श्मसान में)। उसके बाद उन्होंने कहा,

"यह तो मेरा पुराना डायलॉग है। मेरा नया डायलॉग है, मैं पानी में रहने वाला साँप नहीं हूँ, मैं बेलेघोड़ा साँप नहीं हूँ, मैं एकदम कोबरा हूँ। मैं मारूँगा तो फ़ोटोग्राफ़ बन जाओगे।"


मिथुन चक्रवर्ती, सदस्य, बीजेपी

मिथुन चक्रवर्ती का बीजेपी में शामिल होना अहम इसलिए है कि मिथुन अभी भी लोकप्रिय हैं। वे हिन्दी ही नहीं, बांग्ला फ़िल्मों में भी काम कर चुके हैं। किसी समय उन्हें पश्चिम बंगाल की युवा पीढ़ी 'गन मास्टर जी-नाइन' के नाम से जानती थी। उनकी फ़िल्म 'डिस्को डांसर' सुपर हिट हुई थी और उनका वह गाना 'आई एम अ डिस्को डान्सर' आज भी ऑर्केस्ट्रा वगैरह में बजाया जाता है। 

आरएसएस प्रमुख से की थी मुलाक़ात

मिथुन चक्रवर्ती ने 16 फरवरी को मुंबई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाक़ात की थी। हालांकि उन्होंने उसे शिष्टाचार मुलाक़ात बताया था, लेकिन उनके बीजेपी में शामिल होने की बात उसी समय से कही जा रही है। 

क्या बीजेपी मिथुन चक्रवर्ती को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश कर सकती है, यह सवाल पूछा जा रहा है। इसकी वजह यह है कि केंद्रीय नेतृत्व ने अब तक किसी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश नहीं किया है, जबकि तृणमूल कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार ममता बनर्जी पहले से ही हैं। 

पश्चिम बंगाल बीजेपी का कोई नेता तथागत राय, दिलीप घोष या मुकुल राय लोकप्रियता के मामले में मिथुन चक्रवर्ती के सामने नहीं टिकते, लेकिन मिथुन चक्रवर्ती राजनेता नहीं हैं। यही उनकी कमज़ोरी भी है और मजबूती भी।
मिथुन चक्रवर्ती तृणमूल कांग्रेस में रह चुके हैं, वे ममता बनर्जी के नज़दीक भी थे। उन्हें मुख्यमंत्री चेहरा बना कर पेश करने से पश्चिम बंगाल का सत्तारूढ़ दल एकबार तो ज़रूर फँस जाएगा। मिथुन किसी समय भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ नेताओं के भी नज़दीक थे। उनके आने से पश्चिम बंगाल बीजेपी को निश्चित रूप से फ़ायदा होगा। पार्टी को कम से कम मनोवैज्ञानिक असर डालने, कार्यकर्ताओं को लुभाने और सभाओं में भीड़ खींचने में मिथुन से सुविधा ज़रूर होगी। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

पश्चिम बंगाल से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें