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कोलकाता नगर निगम: टीएमसी की आंधी में उड़े बीजेपी, लेफ़्ट और कांग्रेस 

कोलकाता नगर निगम चुनाव के चुनाव में टीएमसी की आंधी में बाक़ी दलों का सूपड़ा साफ हो गया। कोलकाता नगर निगम में 144 वार्ड हैं, इनमें से टीएमसी को 134 सीटों पर जबकि बीजेपी को 3, लेफ़्ट और कांग्रेस को 2-2 और 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली। 

जीत के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मतदाताओं का आभार जताया। 

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी, वाम दलों और कांग्रेस को करारी शिकस्त देने वाली ममता बनर्जी की टीएमसी नगर निगम चुनाव में भी बढ़त बनाए रखेगी, ऐसा पहले से ही माना जा रहा था। 

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रविवार को कोलकाता नगर निगम के चुनाव के लिए मतदान हुआ था। इस दौरान तमाम विरोधी दलों ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हिंसा का आरोप लगाया था। 

राजनीतिक विश्लेषकों की नज़र इस पर थी कि बीजेपी टीएमसी को कितनी टक्कर दे पाती है। लेकिन बीजेपी टक्कर देने में नाकाम रही। 

चुनाव नतीजों में टीएमसी की आंधी के बाद पार्टी कार्यकर्ता कोलकाता की सड़कों पर जश्न मनाने निकल पड़े जबकि विरोधी दलों के खेमों में जबरदस्त मायूसी दिखी। 

2015 में कोलकाता नगर निगम में टीएमसी को 124, सीपीएम को 13, बीजेपी को 5 और कांग्रेस को 2 सीटों पर जीत मिली थी। विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी को एक के बाद एक झटके तब लगे थे जब उसके कई नेता वापस टीएमसी में चले गए थे। बंगाल बीजेपी के अंदर आगे भी भगदड़ होने की संभावना है। 

राष्ट्रीय राजनीति में पैर पसारने की कोशिश कर रहीं ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में बंगाल की सभी 42 सीटों को जीतने की दिशा में काम कर रही हैं। इसके अलावा वह त्रिपुरा, गोवा और बाक़ी प्रदेशों में भी टीएमसी के विस्तार में जुटी हैं। 

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ममता की कोशिश ज़्यादा लोकसभा सीटें जीतकर कांग्रेस की जगह पर मुख्य विपक्षी दल बनने की है। नगर निगम के नतीजे इस बात को बताते हैं कि बंगाल में ममता की धमक बरकरार है। 
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क़मर वहीद नक़वी
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