बलूच अलगाववादियों द्वारा पाकिस्तानी ट्रेन के हालिया अपहरण ने देश में हलचल मचा दी है, जिससे सरकार जवाब तलाशने में जुट गई है। आंतरिक संकट से निपटने के बजाय, अधिकारी भारत की ओर उंगली उठाने में जल्दबाजी कर रहे हैं। हालांकि, बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) पहले ही सामने आ चुकी है, जिसने हमले की पूरी जिम्मेदारी ली है। तो, वास्तव में यहां क्या हो रहा है? इस बोल्ड कदम के पीछे कौन है, और इसका पाकिस्तान की सुरक्षा और स्थिरता के लिए क्या मतलब है?