Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सर्वे : महामारी के बीच मोदी की लोकप्रियता 22% गिरी। कांग्रेस ‘टूलकिट’ का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जांच की मांग। देखिए दोपहर तक की बड़ी ख़बरें-
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पंजाब कांग्रेस में बढ़ी कलह, चन्नी के घर जुटे कांग्रेसी। राजस्थान : कांग्रेसी विधायक हेमाराम चौधरी ने सौंपा इस्तीफ़ा । देखिए अब तक की महत्वपूर्ण ख़बरें-
बीजेपी का आरोप कांग्रेस ने देश और पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए टूलकिट बनाई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा यूपी के ग्रामीण इलाकों में राम भरोसे हैं स्वास्थ्य सुविधाएं। देखिए दिन की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ-
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कोरोना वायरस : ‘भारत में एक दिन में ठीक हुए 4 लाख 22 हज़ार से अधिक मरीज’। India saw highest single-day recovery today: Govt
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बीजेपी ने कहा - कांग्रेस की ‘टूलिकट’ में मोदी को बदनाम करने की साजिश । सरकारी पैनल की सिफारिश- संक्रमण से ठीक हुए लोगों को 3-9 महीने में लगे टीका
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा - यूपी के छोटे शहरों और गांवों में ‘राम भरोसे’ हैं स्वास्थ्य सेवाएं। योगी सरकार के दावे एकदम उलट हैं। तो क्या है ‘योगी मॉडल’ की सच्चाई ? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण -
योगी कहते हैं कोरोना पर क़ाबू पा लिया गया है । हाई कोर्ट कहता है यूपी में मेडिकल सिस्टम भगवान भरोसे हैं । तो क्या झूठ बोल रहे हैं मुख्यमंत्री ? आशुतोष के साथ चर्चा में सतीश के सिंह, राहुल राज, अनिल शुक्ला, शीतल सिंह और सिद्धार्थ कलहंस ।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। नारद घूस कांड मामले में गिरफ़्तार टीएमसी के चारों नेताओं को मंगलवार सुबह जेल भेज दिया गया। हाईकोर्ट : यूपी के छोटे शहरों में चिकित्सा व्यवस्था ‘राम भरोसे’। देखिए सुबह तक की बड़ी ख़बरें-
बंगाल का चुनाव ख़त्म। लेकिन जंग जारी। ममता के चार नेता सीबीआई की गिरफ़्त में। क्या ये मोदी का बदला है ? आशुतोष के साथ चर्चा में प्रभाकर तिवारी, गौतम लाहिड़ी, विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री ।
वैक्सीन से जुड़ा सवाल करने वाले पोस्टरों पर दिल्ली पुलिस जिस तरह से कार्रवाई कर रही है, वह आपातकाल की याद दिलाती है। क्या अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आपातकाल की विधिवत् घोषणा नहीं कर देनी चाहिए?