शिवसेना ने ममता बनर्जी के तीसरे मोर्चे की हवा निकाल दी है .शिवसेना ने कहा है कि कांग्रेस के बिना किसी मोर्चे का कोई अर्थ नही .आज की जनादेश चर्चा इसी पर शाम सात बजे
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ नहीं रहे । शाह के बुलावे पर बातचीत के लिए किसानों ने बनाई 5 सदस्यीय कमेटी
हिंदी टीवी पत्रकारिता के आदिपुरुष और जाने माने ऐंकर विनोद दुआ को मुकेश कुमार के साथ याद कर रहे हैं-राजेश बादल, विजय त्रिवेदी, प्रभात डबराल, जितेंद्र रामप्रकाश, शीतल पी. सिंह, इंदर मोहन, राफ़े सुल्तान-
क्रिकेट भारत में धर्म है और क्रिकेट खिलाडी देवता । तो क्या क्रिकेट ने देश को बदल दिया ? क्या सचिन, सौरभ, धोनी जैसे खिलाडियों ने देश के युवाओं को नई दिशा दी है ! इस सवाल का जवाब दे रहे हैं प्रदीप मैगज़ीन, देश के जाने माने खेल पत्रकार । क्रिकेट में मैच फिक्सिंग को लोगों के बीच लाने वाले पहले पत्रकार । उनकी किताब क्रिकेट के साथ साथ भारतीय समाज और देश की विवेचना करती है ।
यूपी चुनाव पर में सबकी नज़र मुस्लिम वोटों पर । अखिलेश को देंगे या ओवैसी को या मायावती को या प्रियंका को ? क्या वो बीजेपी को भी वोट दे सकते हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में कमर वहीद नकवी, ताहिरा हसन, महमूद आबिदी, शकील शम्सी और वासिंद्र मिश्र ।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । किसानों ने कंगना रनौत का किया घेराव, माफ़ी माँगने को कहा । कंगना बोलीं- 'किसानों ने मुझे जान से मार देने की धमकी दी
ममता बनर्जी जो काम दिल्ली मुंबई में कर रहीं हैं वही काम तो प्रियंका गांधी यूपी में कर रही हैं .सपा और बसपा पर हमला करने से उन्हें क्या कोई राजनीतिक फायदा होगा ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर
मोदी से लेकर ममता बैनर्जी तक सबको गौतम अदानी क्यों चाहिए? राहुल गाँधी अदानी-अंबानी को अगर कोसते हैं तो फिर काँग्रेस शासित राज्य उनकी सेवा में क्यों लगे रहते हैं? क्या बिना अदानी-अंबानी के आशीर्वाद के राजनीति मुमकिन नहीं? आशीर्वाद के एवज़ में अदानी-अंबानी पार्टियों और सरकारों से क्या वसूलते हैं? पूँजीपतियों और नेताओं का ये गँठजोड़ कैसे काम कर रहा है?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। राहुल बोले - सरकार मृतक किसानों की सूची हमसे ले, और मुआवजा दे । राहुल : पीएम इतने असंवेदनशील हैं कि किसानों का दर्द नहीं समझते
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले हफ्ते का आज आखिरी दिन है। राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन को लेकर गतिरोध अभी भी बना हुआ है। आज विपक्ष का विरोध करने के लिए बीजेपी सांसदों ने महात्मा गाँधी की प्रतिमा के सामने विरोध जताया और ये विरोध विपक्ष के आचरण के खिलाफ था। आखिर गतिरोध तोड़ने में कौन करेगा पहल? क्या संसदीय कार्याही में विरोध ही केवल एक प्रबल हथियार है? किसकी ज़िद्द कौन तोड़ेगा?
उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अब ‘मथुरा’ की एंट्री हो गई है। बुधवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य के ट्वीट ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। मौर्य ने लिखा है- अयोध्या, काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है। मथुरा की तैयारी है। क्या ये बीजेपी के लाचारी और बेबसी है? क्या चुनाव फिर से हिन्दू बनाम मुस्लिम पर लड़ा जाएगी बीजेपी?
क्या किसान क़ानूनों की वापसी के बाद आंदोलन वापस ले लेना चाहिये ? क्या किसानों में मतभेद हैं ? क्या किसान विधानसभा चुनावों में बीजेपी का विरोध करेंगे ? आख़िर क्या है किसानों की मंशा ? किसानों के धाकड. नेता राकेश टिकैत से आशुतोष की विस्फोटक इंटरव्यू !
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कांग्रेस को मिला गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी का साथ, मिलकर लड़ेंगे चुनाव। दिसंबर के पहले दिन माचिस की कीमतों से लेकर बैंक में कई बदलाव
राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन पर गतिरोध लगातार बना हुआ है। आज भी विपक्षी दलों ने विरोध जताया, राहुल गाँधी ने कहा तानाशाही के आगे वो नहीं झुकेंगे। उधर सांसदों ने भी माफ़ी मांगने से इंकार कर दिया है। क्या संसद का ये सत्र वाशआउट की तरफ बढ़ रहा है और क्या आगे आने वाले सत्र भी ऐसी अलोकतांत्रिक तरीके से ही चलेगी?