आँदोलनकारियों के साथ पुलिस इतनी बर्बरता से क्यों पेश आई? क्या उसे सरकार की ओर से निर्देश मिले थे? विपक्षी दलों की ओर से छात्रों को मिला समर्थन क्या कहता है? नीतीश सरकार को ये घटना कितनी भारी पड़ेगी?
Hindi News India: Satya Hindi Bulletin for 27 December Updates। Nitish Kumar । Bihar News। BJP । पलटने पर नीतीश ने तोड़ी चुप्पी, घुमा गए! अबूझ पहेली नीतीश ऐसे करेंगे BJP को ‘ठंडा’!
मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को । संस्कार स्थल पर विवाद । सरकार चाहती है निगम बोध घाट पर हो अंतिम संस्कार । कांग्रेस ने लिखी चिट्ठी । प्रधानमंत्री से खडगे ने की बात, कहा जहां बने समाधि वहीं हो उनका अंतिम संस्कार । मनमोहन से जुड़े ढेर सारे अपने अनुभव न्यू इंडियन एक्सप्रेस के एडीटोरियल डायरेक्टर प्रभु चावला ने आशुतोष से बाँटे ।
संघ के मुखपत्र माने जाने वाला ऑर्गेनाइज़र मोहन भागवत की मुख़ाल्फ़त क्यों कर रहा है? क्या संघ परिवार में उनके ख़िलाफ़ खुली जंग छिड़ गई है? कौन है भागवत पर हमलों के पीछे?
जिस तरह से मोहन भागवत के बयानों का आरएसएस के अपने मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने खुलकर विरोध किया है, उससे पता चलता है कि भाजपा-आरएसएस गठबंधन में पर्दे के पीछे क्या चल रहा है। भगवा दल में जो खेल चल रहा है, उसका मास्टरमाइंड कौन है?
बिहार की राजनीति में फिर हलचल है । बीजेपी के उपमुख्यमंत्री कहते है कि बिहार में बीजेपी की अपनी सरकार वाजपेयी तो सच्ची श्रद्धांजलि होगी । क्या बीजेपी कोई संदेश दे रही है ? क्यों आरजेडी नेता ने कहा कि नीतीश का स्वागत है ? क्या फिर नीतीश पलटी मारेंगे ? आशुतोष ने अभिषेक से बात की और ली ग्राउंड रिपोर्ट !
कांग्रेस के आंबेडकर अभियान से बीजेपी और एनडीए के घटक दल क्यों घबराए हुए हैं? मायावती को भी मैदान में क्यों कूदना पड़ रहा है? क्या कांग्रेस ज़ोरदार हमले के लिए तैयार है?
दिल्ली चुनाव से पहले भाजपा और आम आदमी पार्टी की तकरार शुरू हो गई है। आप ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग सभी को खींच लिया है और गंभीर आरोप लगाए हैं। आज की जनादेश चर्चा।
मोदी सरकार ने क्यों किये चुनावी नियमों में बदलाव । बदलाव की क्या है मजबूरी ? क्यों जनता नहीं देख सकती या जाँच कर सकती चुनाव से जुड़े विडियो और तस्वीरें ? क्या चुनाव में धांधली पकड़े जाने का डर था? आशुतोष के साथ चर्चा में ओंकारेश्वर पांडेय, राकेश सिन्हा, अरुण अग्रवाल और रविंद्र श्योराण ।
सीसीटीवी फुटेज को लेकर चुनाव आयोग ने क्यों नियम बदल दिए हैं?आयोग पहले से ही शक के घेरे में है अब इस तरह नियम बदलने से क्या चुनावी धांधली को बढावा नहीं मिलेगा? आज की जनादेश चर्चा।
फेमिली ड्रामा देखकर सिनेमा हॉल से बाहर जा रहे दर्शक अगर इमोशनल हों और उनकी आखें भीगी हुई हों तो इसका अर्थ है कि फिल्म ने उन्हें छुआ है लेकिन सवाल है कि 20 साल पुरानी कहानी देखने दर्शक सिनेमाघर में घुसेगा क्यों? डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी की समीक्षा :
इतने अरसे बाद वसुंधरा राजे की मोदी के साथ सौजन्य भेंट का क्या मतलब है? क्या दोनों के बीच सुलह हो गई है? क्या वसुंधरा को केंद्र में कोई भूमिका दी जाने वाली है? वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा की रिपोर्ट-