उत्तराखंड के हलद्वानी में भारी तनाव फैल गया। अधिकारियों द्वारा गुरुवार को हलद्वानी में एक अवैध मदरसे को ढहाए जाने के बाद झड़पें हुईं। उपद्रवियों ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया और वाहनों में आग लगा दी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। कई पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की ख़बर है।
राज्य सूचना विभाग की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तनाव के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए। जिला प्रशासन ने बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि शुक्रवार को हलद्वानी में सभी स्कूल बंद रहेंगे।
राज्य के हल्द्वानी में गुरुवार को तनाव तब हुआ जब नगर निगम के अधिकारियों ने बनभूलपुरा पुलिस स्टेशन के पास कथित तौर पर अवैध रूप से अतिक्रमण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की। मलिक का बागीचा इलाके में मरियम मस्जिद और एक मदरसे पर विध्वंस अभियान चलाया गया। वे कथित तौर पर नजूल भूमि पर थे। इसकी प्रतिक्रिया में आसपास रहने वाले लोगों की भीड़ ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई अधिकारी घायल हो गए।
इस दौरान वहाँ ट्रांसफार्मर और चार-पाँच वाहनों में आग लगा दी गई। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बनभूलपुरा थाने को भीड़ ने घेर लिया जिसके चलते कई पत्रकार और प्रशासन के अधिकारी थाने में फंस गए। बढ़ते हालात को देखते हुए हल्द्वानी में अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक के बाद बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को केवल चिकित्सा आपात स्थिति में ही बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, 'हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन को उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देवभूमि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा।'
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बनभूलपुरा में स्थिति अब बेहतर हो गई है क्योंकि राज्य में अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। हालांकि, हलद्वानी में इंटरनेट शटडाउन लगा दिया गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार नैनीताल के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा है कि आरोपियों की पहचान वीडियो रिकॉर्डिंग सहित विभिन्न सबूतों के जरिए की जाएगी। उन्होंने कहा, 'दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों से नुकसान की भरपाई की जाएगी। अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए दंगाइयों की तस्वीर वाले पोस्टर प्रसारित किए जाएंगे।'
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