आखिर, इस बात का पता कैसे चलेगा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले के मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर देर रात को ही बुलडोजर चलाए जाने का आदेश किसने दिया।
क्या अंकिता भंडारी का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार किया गया? उनकी मां को आख़िरी बार अंकिता का चेहरा क्यों नहीं देखने दिया गया? जानिए, उन्होंने प्रशासन पर धोखा देने का आरोप क्यों लगाया।
उत्तराखंड की अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में एसआईटी आरोपियों को रिमांड पर ले सकती है। जानिए, अंकिता ने कब से वहाँ काम करना शुरू किया था और उसकी क्या मजबूरी थी।
मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य हरिद्वार निवासी बीजेपी के नेता डॉ. विनोद आर्य का बेटा और उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. अंकित आर्य का छोटा भाई है।
उत्तराखंड में बीजेपी नेता के एक बेटे पर उस एक महिला कर्मी की हत्या का आरोप लगा है जो उसके होटल में काम करती थी। जानिए, बेटे ने ऐसा क्यों किया और क्या है आरोप।
बीजेपी शासित राज्य उत्तराखंड में जब पेपर लीक घोटाले को लेकर हंगामा मचा हुआ है तो केंद्रीय जांच एजेंसियां चुप क्यों हैं। एजेंसियों को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
अल्मोड़ा जिले में हुई इस घटना में युवती के सौतेले पिता, भाई और मां को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
उत्तराखंड सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के अलावा विधानसभा में हुई भर्तियों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसियां कब उत्तराखंड में जाकर भर्ती घोटालों के मामलों में कार्रवाई करेंगी?
अगर आने वाले कुछ दिनों तक उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल मंडलों में और हिमाचल में जबरदस्त बारिश जारी रही तो निश्चित रूप से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का 'हर घर तिरंगा' अभियान अब क्या इस स्तर पर पहुँच गया है कि लोगों की अब राष्ट्रवाद की परख इसके आधार पर होगी? जानिए उत्तराखंड बीजेपी प्रमुख ने तिरंगा नहीं दिखने वाले घर की तसवीर लेने को क्यों कहा।